- – आठ दिन की मशक्कत के बाद आरोपी केसला पुलिस की गिरफ्त में आया
- – एक वर्ष पूर्व की छोटी सी रंजिश को मन में दबाकर रखा था हत्या का आरोपी
- – एसपी ने की आरोपी को पकडऩे वाली पुलिस टीम को ईनाम देने की घोषणा
इटारसी। केसला थानांतर्गत 5 अक्टूबर को ग्राम खोहरा में हुई एक आदिवासी युवक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने एक सप्ताह की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार सुलझा ही ली है। इस अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझाने केसला, रामपुर, पथरोटा और इटारसी की पुलिस ने एक साथ काम किया। हत्या के आरोपी की एक गलती ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। आज पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया है। मामला एक वर्ष पूर्व ग्राम खोहरा निवासी दो युवकों की शराब के नशे में हुए विवाद के बाद बढ़ा। आरोपी ने रंजिश को एक वर्ष तक दबाए रखा और मृतक युवक को रंजिश का आभास ही नहीं होने दिया। एक दिन मौका पाकर उसने कुल्हाड़ी से वार करके अपने ही हम प्याला साथी को मौत की नींद सुला दिया। पुलिस के लिए यह चुनौतीपूर्ण मामला था, जिसे वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में आखिरकार 8 दिन की मेहनत के बाद सुलझा लिया है। आरोपी कमल किशोर नागले अब पुलिस की गिरफ्त में आ गया है, पुलिस के समक्ष उसने घटना कबूल भी कर ली है।
6 अक्टूबर को मिली थी पुलिस को सूचना
केसला पुलिस (डायल-100)के पास 6 अक्टूबर को सूचना आयी थी कि ग्राम खोहरा के रहने वाले कमल किशोर धुर्वे का शव चांदकिया नर्सरी में पड़ा है, जिसके चेहरे एवं गाल तथा गर्दन पर चोट के निशान हैं। केसला पुलिस दल मौके पर पहुंचा, एफएसएल अधिकारी पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई। एसपी गुरकरनसिंह के मार्गदर्शन, एएसपी आशुतोष मिश्रा एवं एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान के निर्देशन में थाना प्रभारी केसला निरीक्षक श्रीनाथ झरवड़े के नेतृत्व में थाना प्रभारी पथरोटा एसआई संजीव पवार, थाना प्रभारी रामपुर गुर्रा एसआई विपिन पाल एवं अन्य स्टाफ की टीम ने लगातार आठ दिन की मेहनत के बाद मृतक कमलकिशोर धुर्वे के अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए एक आरोपी कमलकिशोर नागले को गिरफ्तार किया।
एक वर्ष की रंजिश बनी मौत की वजह
एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व कमल किशोर नागले ने कमल किशोर धुर्वे को शराब पीने का कहकर अपने साथ ले गया था। शराब पीने के दौरान दोनों का विवाद हुआ तो नौबत मारपीट तक पहुंच गयी। इस दौरान कमल नागले का मोबाइल कहीं गुम हो गया तो उसने मोबाइल दिलाने को कहा। उसने सात हजार रुपए मांगे जो कमल धुर्वे ने नहीं दिये तो उसने इस बात को मन में रख लिया और एक वर्ष से मौके की तलाश करने लगा। इस एक वर्ष में कई बार दोनों ने साथ शराब भी पीयी, लेकिन उचित मौका नहीं मिला। 5 अक्टूबर को कमल किशोर धुर्वे अपने खेत जा रहा था तो कमल नागले उसे शराब पिलाने का लालच देकर साथ लाया और चांदकिया नर्सरी में पीछे से उस पर कुल्हाड़ी से बार करके गिराया और लगातार कई बार करके उसे मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस के कैसे पकड़ में आया आरोपी
पुलिस ने आठ दिन तक गांव में रहकर अपने मुखबित तंत्र को सक्रिय किया। लगातार पूछताछ के दौरान एक मुखबिर ने बताया कि घटना वाले दिन कमल किशोर नागले उसे मिला था। वह शराब पीने जा रहा था तो उसकी शर्ट में पीठ तरफ खून के दाग देखकर उसने उससे पूछा कि यह खून कैसे लगा तो आरोपी ने उसे टालते हुए कहा कि चलो शराब पीते हैं। इस दौरान मुखबिर ने दो तीन बार पूछा तो आरोपी को लगा कि कहीं मामला खुल न जाए तो उसने अपनी टपरिया में जाकर घटना के दौरान पहना शर्ट भी छिपा दिया, जहां उसने कुल्हाड़ी छिपायी थी। पुलिस ने अरोपी कमलकिशोर पिता सिकदार नागले, 29 वर्ष को गिरफ्तार किर घटना के दौरान पहने कपड़े और कुल्हाड़ी भी जब्त कर ली।
ये थे पुलिस टीम में शामिल
पुलिस टीम में निरीक्षक श्रीनाथ झरवड़े थाना प्रभारी केसला, थाना प्रभारी पथरोटा एसआई संजीव पवार, थाना प्रभारी रामपुर गुर्रा एसआई विपिन पाल, एएसआई अनिल शर्मा, भोजराज वरवड़े, सुरेन्द्र सराठे, प्रधान आरक्षक विनोद राजपूत, युयुत्स यादव, मनोज महालहा, कपिल कौशल, बबलू बटके, संजय नर्रे, महेश साहू, मनोज डोंगरे, जितेन्द्र करछले, सुरेश धुर्वे, अमित धुर्वे, ब्रजलाल धुर्वे, प्रेम बड़ोदे, टिल्लू उईके, थाना पथरोटा के आरक्षक सियाराम टेकाम, प्रआर दिनेश उईके, सैनिक रूपसिंह, थाना इटारसी के आरक्षक ब्रज नर्रे, तुलसीराम कोडले शामिल रहे।