इटारसी। केसला ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (Kesla Block Medical Officer) ने आज ग्राम जमानी (Village Zamani) में एक झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई कर उसकी डिस्पेंसरी सील कर दी। झोलाछाप से डिग्री मांगने पर वह बता नहीं सका। हालांकि बाद में उसने कहा कि उसके पास डिग्री है, तो उसको कहा गया कि डिग्री लाकर दिखा दो, डिस्पेंसरी खोल देंगे। इस झोलाछाप के पास से बीएमओ की टीम ने एक दर्जन से अधिक अंग्रेजी दवाएं, बुखार, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जांचने के उपकरण, भाप देने के उपकरण भी जब्त किये हैं।
उल्लेखनीय है कि केसला ब्लॉक के अनेक ग्रामीण अंचलों में झोलाछापों की भरमार है, यदि लगातार इसी तरह की छापेमारी की जाए तो हर रोज ऐसे फर्जियों को पकड़ा जा सकता है। जिला मुख्यालय से कभी भी ऐसी टीम नहीं भेजी जाती है, कई सीएमएचओ आए और चले गये, लेकिन कभी उन्होंने झोलाछापों पर कार्रवाई नहीं की, केवल चेतावनी दी जाती रही है। न सिर्फ ग्रामीण अंचलों, बल्कि शहरों में भी कई जगह ऐसे अनेक झोलाछाप बैठे हैं जो मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
इस टीम ने की कार्रवाई
चीफ ब्लॉक मेडिकल आफिसर डॉ. आरएस मीणा (Dr. RS Meena) के नेतृत्व में बीपीएम रूपेश (Rupesh) और बीसीएम विकास पवार (Vikas Pawar) ने पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस दौरान ग्राम जमानी से फर्जी चिकित्सालय चला रहे ललित मोहन माल (Lalit Mohan Mal) के यहां से अनाधिकृत उपकरण और औजार सहित दवाएं जब्त की गई हैं। उसे बिना डिग्री उपचार करने के लिए मना किया गया है।
इनका कहना है….
जांच के दौरान बंगाली डॉक्टर के पास डिग्री नहीं मिली है। अंग्रेजी दवाएं और चिकित्सकीय उपकरण और औजार मिले हैं, पंचनामा बनाकर जब्ती की गई है। डिग्री मांगी है, जो मौके पर नहीं दिखाई।
डॉ. आरएस मीणा, बीएमओ