भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी संक्रमण के प्रतिबंध हटते ही फिर चिंता की स्थिति बनने लगी। भोपाल सहित अन्य शहरों में कोरोना के केस बढऩे लगे हैं। रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने कई निर्णय लिए हैं। कोरोना को लेकर सरकार ने स्कूलों को लेकर बड़ा फैसला लिया। जहां स्कूलों को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने के आदेश जारी किए गए थे, वहीं अब फिर से 50 प्रतिशत क्षमता से स्कूल खुलेंगे। यानी एक बच्चा 6 दिन में से 3 दिन ही पढऩे जाएगा। ऑनलाइन क्लासेस बंद नहीं होंगी, ताकि पेरेंट्स के पास विकल्प रहे। उनकी इच्छा होगी तो ही बच्चे स्कूल जाएंगे। बिना अनुमति के बच्चे स्कूल नहीं बुलाए जाएंगे। वहीं, विदेश से आने वाले यात्रियों पर न सिर्फ नजर रखी जाएगी बल्कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार जांच भी कराई जाएगी। बता दें कि नए वैरिएंट के चलते प्रदेशभर में अलर्ट किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj निवास पर प्रदेश में #COVID19 की स्थिति और इससे निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को लेकर हमने तय किया है कि स्कूल खुलेंगे, लेकिन बच्चों की संख्या 50% होगी।ऑनलाइन क्लास का विकल्प रहेगा। pic.twitter.com/Z0YsJ2vdPs
— Jansampark MP (@JansamparkMP) November 28, 2021
नए वैरिएंट में आया कोरोना
मध्यप्रदेश में नए वैरिएंट को लेकर कोई सूचना नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है। कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर उन्होंने कहा कि सावधानी जरूरी है। जन जागरुकता अभियान (public awareness campaign) चलाया जाएगा। मास्क लगाना अनिवार्य है। इसको लेकर रोको-टोको अभियान चलेगा। कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर उन्होंने कहा कि सावधानी जरूरी है। जन जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। मास्क लगाना अनिवार्य है। इसको लेकर रोको-टोको अभियान चलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि दिसंबर में कोविड वैक्सीन का दूसरा टीका शत-प्रतिशत पात्र व्यक्ति को लग जाए, इसकी चिंता की जाए। आपदा प्रबंधन समितियों की बैठक जल्द बुलाई जाए। वे एक दिसंबर को समिति के सदस्यों से चर्चा करेंगे।