इटारसी। यदि आप अपनी सेहत के प्रति फिक्रमंद नहीं हैं तो यह आपके लिए घातक हो सकता है। इन दिनों मौसम के परिवर्तन के साथ बहुत सी बीमारियां पनप रही हैं और बड़ी संख्या में मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। नगर की प्रायवेट और सरकारी अस्पतालों, क्लीनिकों में विभिन्न बीमारियों के मरीज पहुंच रहे हैं और ये बीमारियां मरीजों की जेब हल्की कर रही हैं।
डाक्टर्स बताते हैं कि मौसम बीमारियों से ग्रसित मरीज तीन दिन से पंद्रह दिन में ठीक हो रहे हैं। ऐसे में लोगों को अपनी सेहत की चिंता करते हुए खानपान और रहन-सहन में अहतियात बरतनी चाहिए, ताकि वे बीमार होने से बचे रह सकें। अकेले सरकारी अस्पतालों में ही हर दिन करीब आठ सौ से एक हजार मरीजों की ओपीडी दर्ज हो रही है। ऐसे में शहर में करीब एक दर्जन से अधिक क्लीनिक, छोटे अस्पताल और करीब आधा दर्जन नर्सिंग होम्स हैं, जहां मरीज पहुंच रहे हैं।
इन बीमारियों के मरीज ज्यादा

मौसम में बदलाव हो रहा है और मौसम के इस संधिकाल में कई प्रकार के रोग पनपते हैं। इनमें उल्टी-दस्त, सर्दी, जुकाम, और फ्ल वायरल संक्रमण हैं जो तापमान में बदलाव और आद्र्रता के कारण फैलते हैं। मलेरिया, डेंगू, और चिकनगुनिया मच्छर जनित रोग हैं जो मानसून के दौरान बढ़ते हैं, जब मच्छर प्रजनन के लिए अनुकूल वातावरण पाते हैं। टाइफाइड बुखार भी एक जीवाणु संक्रमण है जो दूषित भोजन या पानी के माध्यम से फैलता है। फंगल संक्रमण अक्सर आद्र्र वातावरण में पनपते हैं, जो बारिश के मौसम में अधिक होते हैं। यह संधिकाल स्वास्थ्य के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए और उचित निवारक उपाय करने चाहिए।
ये रखें सावधानी
हमेशा साफ पानी पिएं और दूषित पानी से बचें, अपने आसपास के क्षेत्र को साफ रखें और मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए जल जमाव से बचें। मच्छरों के काटने से बचने के लिए उचित उपाय करें, जैसे कि मच्छर भगाने वाली दवाएं और मच्छरदानी का उपयोग। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। अगर आपको सर्दी-जुकाम या फ्लू जैसे संक्रमण के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सादा भोजन करें, गरिष्ठ भोजन से दूरी बनाकर रखें।