सोहागपुर। पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम गुरकरन सिंह (Superintendent of Police Narmadapuram Gurkaran Singh) के मार्गदर्शन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह (Additional Superintendent of Police Awadhesh Pratap Singh) तथा एसडीओपी चौधरी मदन मोहन समर (SDOP Chaudhary Madan Mohan Samar) के निर्देशन मे सोहागपुर पुलिस (Sohagpur Police) ने अंधे कत्ल का खुलासा करने मे सफलता प्राप्त की है।
ज्ञात हो कि 17 अक्टूबर को प्रातः सोहागपुर पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि ग्राम गोपालपुर मे अजुद्दी बाई अहिरवार नामक वृद्ध महिला को रात मे उसके कमरे मे सोते समय किसी अज्ञात व्यक्ति ने धारदार हथियार से सिर में चोट पहुचा कर गंभीर रुप से घायल कर दिया है।
सोहागपुर पुलिस ने प्रार्थी काशीराम अहिरवार पिता पृथ्वीराज अहिरवार की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 499/22 धारा 307 ताहि. का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया था। घायल अजुद्दी बाई पति मयराम अहिरवार उम्र 80 साल निवासी ग्राम गोपालपुर गंभीर रुप से घायल थी तथा कथन देने की स्थिती मे नही थी। जिन्हे इलाज के लिए सोहागपुर से जिला चिकित्सालय नर्मदापुरम एवं जिला चिकित्सालय नर्मदापुरम से शासकीय हमीदिया अस्पताल भोपाल (Government Hamidia Hospital Bhopal) रेफर किया गया था।
इलाज के दौरान दिनांक 24 अक्टूबर को हमीदिया अस्पताल भोपाल (Government Hamidia Hospital Bhopal) मे अजुद्दी बाई की मृत्यु हो गई थी। जिस आधार पर सोहागपुर पुलिस के द्वारा प्रकरण में धारा 302 भादवि का इजाफा किया गया।
गंभीर घटनाओ के प्रति सदैव संवेदनशील रहने वाले पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम गुरकरन सिंह के द्वारा प्रकरण की विवेचना के संबंध मे आवश्यक दिशा निर्देश थाना प्रभारी सोहागपुर को दिये थे। थाना प्रभारी सोहागपुर ने प्रकरण की विवेचना तत्परतापूर्वक करते हुए विवेचना मे आई साक्ष्य के आधार पर पाया कि अजुद्दी बाई के मकान के पास ही उनका बडा लडका पृथ्वीराज उसके परिवार के साथ रहता है और शराबी प्रवृत्ति का है।
घटना वाले दिन पृथ्वीराज अहिरवार का शराब के नशे मे उसके परिवार मे आपस मे विवाद हुआ था। जिस पर उसकी माँ अजुद्दी बाई के द्वारा पृथ्वीराज को डाँटा गया था। पूर्व मे भी पृथ्वीराज के द्वारा अपनी माँ अजुद्दी बाई को खेती के 8000 रुपये नही लौटाये थे जिस कारण भी माँ अजुद्दी बाई के द्वारा उसे डाँटा गया था।
अपनी माँ की इसी तानाकशी से क्षुब्ध होकर आरोपी पृथ्वीराज अहिरवार ने घटना की रात्रि मे अपनी माँ के कमरे मे घुसकर पलंग पर सो रही माँ अजुद्दी बाई के सिर मे कुल्हाडी से वार कर उसे गंभीर चोटे पहुचाई थी। जिस कारण ईलाज के दौरान अजुद्दी बाई की मृत्यु हो गई है।
सोहागपुर पुलिस के द्वारा दिनांक 27 अक्टूबर को आरोपी पृथ्वीराज पिता मयराम अहिरवार उम्र 51 साल निवासी ग्राम गोपालपुर को अपना जुर्म स्वीकार करने पर उसे अपनी माँ अजुद्दी बाई की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया जाकर न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय द्वारा आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा मे उप जेल पिपरिया भेजा गया है।
इनकी रही मुख्य भूमिका
उक्त अंधे कत्ल के खुलासे में थाना प्रभारी सोहागपुर विक्रम रजक के साथ उनि0 दीपक भोड़े, कार्य0 प्र0आर0 प्रकाश सिंह, आर0 मोहसिन खान, आर0 अनिल पाल, आर0 गुरप्रसाद, आर0 दुर्गेश, आर0 रोहित ठाकुर आर० सुनील, आर0 राहुल पवार की मुख्य भूमिका रही है।