नगर पालिका नपा में बदलते समीकरण, छह पार्षदों के सुर बदले, कहा हम नपाध्यक्ष के साथ

Post by: Rohit Nage

Changing equations in Municipal Corporation, tone of six councilors changed, said we are with the Municipal Chairman

नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) ने नगर पालिका परिषद (Municipal Council) के अध्यक्ष को हटाने अविश्वास प्रस्ताव को तीन वर्ष में लाने का नियम बनाने के बाद नगर पालिका नर्मदापुरम (Municipality Narmadapuram) में चल रही गतिविधि के कर्ताधर्ताओं में से अधिकांश का उत्साह ठंडा पड़ गया। अब एक वर्ष का इंतजार राजनीति में कुछ लंबा ही मालूम पड़ते ही समीकरण भी बदल गये हैं, क्योंकि अपने वार्ड में काम भी कराने हैं। कुछ समीकरण प्रयासों से भी बदले हैं, यानी राजनीति में शह और मात का खेल अब दोनों तरफ से प्रारंभ हो गया है।

आठ दिन पहले तक जो लोग नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्रीमती नीतू यादव (Mrs. Neetu Yadav) को हटाने जोर लगा रहे थे, उनके सुर अब कुछ बदले-बदले से हो गये हैं। राज्य शासन के फैसले ने भी कई को बैकफुट पर खेलने के लिए मजबूर किया है। पहले नपाध्यक्ष को हटाने का पत्र प्रशासन को सौंपने वालों में से कुछ ने पाला बदलकर अब समर्थन में पत्र सौंपा है। बुधवार को 21 पार्षदों के हस्ताक्षर और सील का नपाध्यक्ष नीतू यादव के समर्थन में पत्र डिप्टी कलेक्टर बबीता राठौर (Deputy Collector Babita Rathore) को सौंपा गया है।
वार्ड 21 की पार्षद महिमा गौर (Councilor Mahima Gaur) के पति व भाजपा मंडल अध्यक्ष रोहित गौर (Rohit Gaur) द्वारा सौंपे पत्र में 21 पार्षदों ने नपाध्यक्ष यादव के दो साल के कार्यकाल में उत्कृष्ट कार्य, उनकी कार्यशैली व व्यवहार की प्रशंसा की है। पत्र के मुताबिक 21 पार्षदों ने एकमत होकर नपाध्यक्ष को अपना समर्थन प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। इनमें आधा दर्जन वे पार्षद भी हैं, जिन्होंने 20 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव के लिए पत्र सौंपा था।

इस तरह से बदले समीकरण में सौंपे समर्थन पत्र से उन पार्षदों के मंसूबे ठंडे पड़ गये जो नपाध्यक्ष नीतू यादव को हटाने की योजना बनाकर उत्साह से लबरेज़ थे। समर्थन पत्र में उन पार्षदों के हस्ताक्षर व सील भी लगी है, जिन्होंने 20 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव बुलाने के समर्थन में हस्ताक्षर कर पत्र सौंपा था। नगरपालिका अध्यक्ष को हटाने के लिए 20 अगस्त को जब नगरपालिका व डिप्टी कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव के लिए पत्र सौंपा था। उसमें 21 पार्षदों के हस्ताक्षर थे। पत्र सौंपते समय कुछ पार्षद व कुछ के पति साथ में थे। जिन 21 पार्षदों के 20 अगस्त के पत्र में हस्ताक्षर, सील थी। उनमें से 6 पार्षदों के 28 अगस्त बुधवार को अध्यक्ष के समर्थन में सौंपे पत्र में भी उनके हस्ताक्षर व साइन हंै।

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