इटारसी। जिले में कोरोना के 10 सक्रिय केस हैं, 8 का उपचार जिले में और दो का जिले से बाहर के अस्पताल में चल रहा है। बावजूद इसके लोगों ने अपने मन से कोरोना (Corona) को इस कदर विस्मृत कर दिया है, जैसे कभी यह महामारी थी ही नहीं। पॉजिटिव मरीजों के घर और आसपास भी कोई एहतियात नहीं बरती जा रही है, कंटेन्मेंट जोन तो अब बीती बातें हो गयी हैं। ऐसे में कोरोना की चेन तोडऩे जैसे विचार भी अब नहीं आते हैं। बाजार और भीड़ भरे क्षेत्रों में बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंस के सबकुछ मार्च 2020 से पूर्व की तरह हो गया है। प्रशासन भी बेफिक्र है। न नगर पालिका बिना मास्क वालों पर जुर्माना कर रही है, ना ही प्रशासन के अधिकारी दुकानों पर दुकानदारों और ग्राहकों को मास्क लगाये रखने के लिए हिदायत दे रहे हंै। हर फिक्र को ऐसे उड़ा दिया गया है कि अब तो अधिकारी भी बिना मास्क के घूम रहे हैं। अब जब कोरोना की वापसी हो रही है, ऐसे में यह लापरवाही या बेफिक्री कहीं भारी न पड़ जाये? बुधवार को हालांकि जिले में कोरोना का एक संक्रमित मरीज मिला है, लेकिन हर रोज मरीज मिल ही रहे हैं। आज जो रिपोर्ट मिली है उसमें 108 सेंपल में 1 पॉजिटिव और 107 नेगेटिव हैं। कुल दस एक्टिव केस (Active case) हैं। इससे पहले 21 फरवरी को दो और चार केस मिले थे और 20, 22 फरवरी को कोई केस नहीं था। यानी कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिलना बंद नहीं हुए हैं, बावजूद इसके यहां लोग बेफिक्र हो गये हैं। जब कोरोना की वापसी होने पर फिर से यह पैर न पसारे, इसके लिए जिले के तीन बड़े मेले महादेव मेला पचमढ़ी (Mahadev Mela), रामजी बाबा मेला (Ramjibaba Mela) होशंगाबाद और तिलकसिंदूर मेला (Tilak Sindoor mela) को निरस्त कर दिया है तो प्रशासन को बाजार में भी पुन: जागरुकता अभियान और मास्क की अनिवार्यता के लिए प्रयास करने होंगे, अन्यथा इस बेफिक्री में न सिर्फ नागरिक, बल्कि प्रशासन भी परेशान होगा।
Corona Return: अभी जिले में कोरोना के दस सक्रिय केस

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