अच्छी वर्षा, अमन-चैन और सद्भाव की कामना लेकर माता के दरबार जा रहे श्रद्धालु

Post by: Rohit Nage

  • आज सुबह रेलवे स्टेशन से पांच सौ तीर्थयात्री जाएंगे मां वैष्णो के दर्शन करने रवाना
  • वैष्णोदेवी दर्शन करने जाने वाले जत्थे का है यह 49 वॉ वर्ष, ट्रेन में सजा है मां का दरबार
  • रविवार को दोपहर में कटरा के रावलपिंडी लॉज परिसर में भक्तों के लिए भंडारा होगा

इटारसी। देश, प्रदेश सहित जिले में अच्छी वर्षा, अमन-चैन और आपसी सद्भाव की कामना लेकर माता वैष्णो के दरबार में आज करीब पांच सैंकड़ा श्रद्धालु इटारसी रेलवे स्टेशन (Itarsi Railway Station) से कटरा (Katra) जम्मू (Jammu) के लिए रवाना हुए। झेलम एक्सप्रेस (Jhelum Express) से रवानगी से पूर्व दुर्गा मंदिर दुर्गा चौक (Durga Mandir Durga Chowk) से मां के दरबार की शोभायात्रा निकाली। ट्रेन की एक बोगी में माता का दरबार सजा और सुबह की आरती, भजन कीर्तन के साथ भक्त रवाना हुए। रेलवे प्लेटफार्म पर भक्तों ने ढोल की थाप पर जमकर नृत्य भी किया।

इस वर्ष लगभग पांच सौ श्रद्धालु त्रिकूट पर्वत पर विराजीं माता महालक्ष्मी (Mata Mahalaxmi), महाकाली (Mahakali), महासरस्वती (Mahasaraswati ) (मां वैष्णो) के दर्शन करने कटरा रवाना हुए हैं जो रविवार को दोपहर में कटरा रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे। विगत 48 वर्षों से मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए भक्तों का जत्था जाता है। यह 49 वे वर्ष की धार्मिक यात्रा है। तीर्थयात्री ट्रेन की एक बोगी में दरबार सजाकर सुबह आरती की। दोनों वक्त आरती करते, प्रसाद वितरण तथा भजन-कीर्तन करते यात्रा की जाती है।

पांच सौ तीर्थयात्री रवाना हुए

यह यात्रा दुर्गा चौक समिति के बैनर तले जत्था प्रभारी सतीश बतरा (Satish Batra) के मार्गदर्शन और जतिन बतरा (Jatin Batra) के नेतृत्व में होती है। इस वर्ष यात्रा में शहर सहित आसपास के क्षेत्रों से करीब 500 भक्त शामिल हो रहे हैं। पिछले 48 वर्षों में अब तक 25 हजार से अधिक भक्त माता वैष्णो देवी के दर्शन करने जा चुके हैं, इनमें इटारसी (Itarsi) एवं आसपास के अलावा नर्मदापुरम के तीर्थयात्री भी जाते हैं। इस वर्ष भी नर्मदापुरम (Narmadapuram) के तीर्थयात्री इस यात्रा में साथ जा रहे हैं।

पंद्रह सौ लोगों का भंडारा होगा

जतिन बतरा ने बताया कि पिछले साल से समिति ने एक नयी व्यवस्था प्रारंभ की है, इसके तहत कटरा में भक्तों के लिए भंडारा भी आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष भंडारा 14 जुलाई को होगा, जिसमें करीब पंद्रह सौ श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था रहेगी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी माता वैष्णो देवी के दरबार में भक्त हाजिरी लगाने पहुंचेंगे।

वर्ष 1978-79 में शुरुआत

पहले वर्ष माता दर्शन को जाने वाले सतीश बतरा, अन्नू गुप्ता, बृजमोहन सैनी, रमेश भार्गव और मालवीय गुरुजी ने यात्रा शुरू की थी। अब हर वर्ष भक्तों का जत्था जाता है। ट्रेन में श्रद्धालुओं के लिए सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन, रात का भोजन और अगले दिन सुबह के नाश्ते की व्यवस्था समिति की तरफ से की जाती है। वर्ष 1978-79 में पांच लोगों ने माता वैष्णो देवी के दर्शनों की परंपरा शुरू की थी, फिर हर साल वैष्णो देवी जाना शुरू हो गया और संख्या बढ़ती रही।

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