इटारसी। आरपीएफ(RPF) के एक सब इंस्पेक्टर(sub Inspector) द्वारा मालगोदाम परिसर(Warehouse complex) में ट्रक खड़े नहीं करने देने पर ट्रांसपोर्टर्स(Transports) और आरपीएफ में ठन गयी है।
मामले की शिकायत ट्रांसपोर्टर्स ने सांसद और रेलवे के आला अधिकारियों को की है। मामले में आरपीएफ इंस्पेक्टर का कहना है कि नियम से जब काम न हो, तो ट्रांसपोर्टर को अपनी गाड़ी साथ ले जाना चाहिए। यहां रहने से चोरी और अन्य अपराध होते हैं। हम कोई विवाद नहीं कर रहे बल्कि अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय टप्पू मिश्रा(Chairman Ajay Tappu Mishra) के नेतृत्व में इस विषय को लेकर आज ट्रांसपोर्टर्स ने स्टेशन अधीक्षक राजीव चौहान(Station Superintendent Rajiv Chauhan) से भी मुलाकात की। उनका आरोप था कि रेलवे आय(Railway income) बढ़ाने के लिए ट्रांसपोर्टर्स से सहयोग मांग रही है और आरपीएफ से उनको प्रताडऩा मिल रही है। आरपीएफ के एसआई धर्मपाल (SI Dharmapala) उनको ट्रक खड़ा करने पर विवाद कर रहे हैं। इस तरह से हम कैसे सहयोग कर पाएंगे।
हम जाएंगे पवारखेड़ा
ट्रक ऑनर्स का कहना है कि यदि हमें मालगोदाम परिसर में इस तरह से परेशान किया गया तो हम यहां काम नहीं कर पाएंगे और पवारखेड़ा चले जाएंगे। उनका आरोप है कि रैक लोडिंग-अनलोडिंग के समय आरपीएफ द्वारा परिवहनकर्ताओं को परेशान किया जाता है। इसकी शिकायत उन्होंने सांसद उदयप्रताप सिंह को भी की है। सांसद श्री सिंह ने आश्वासन दिया है कि आप लोगों को कोई परेशान नहीं करेगा। आज उन्होंने इसी मामले को लेकर दोपहर में स्टेशन अधीक्षक से भी मुलाकात की थी।
हम अपनी ड्यूटी कर रहे
इधर आरपीएफ इंस्पेक्टर देवेन्द्र कुमार(RPF Inspector Devendra Kumar) का कहना है कि वे अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। नियम से जब रैक लगता है तो ट्रक और बोगी के बीच छह फुट की दूरी होना अनिवार्य है। कई ट्रक चालक बोगी के काफी निकट गाड़ी खड़ी कर देते हैं। उनको नियम से निर्धारित दूरी पर खड़ी करने की समझाईश दी जाती है। रही बात गाड़ी खड़ी करने की तो ट्रांसपोर्टर को काम खत्म होने पर अपनी गाड़ी लेकर जाना चाहिए। यहां छोडते हैं, अपराध होता है तो जिम्मेदारी किसकी होगी? हमने तो यही मना किया है।