इटारसी। वैक्सीनेशन (Vaccination) के कार्य में देखरेख अत्यंत आवश्यक है, यह बात आज पूरी तरह से सत्य साबित हुई है। दरअसल, पुरानी इटारसी बूथ पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और कर्मचारियों पर लोगों ने आरोप लगाया कि वे वैक्सीनेशन के कार्य में अपने परिचितों को ही प्रमुखता दे रहे थे। यहां केवल 150 वैक्सीन आयी थीं, जो दोपहर तक खत्म हो गयीं, जबकि भीड़ कहीं अधिक थी। अधिकारियों और पुरानी इटारसी के भाजपा नगर मंडल के अध्यक्ष को सूचना मिली तो वे तत्काल मौके पर पहुंचे और वस्तुस्थिति की जानकारी ली। अध्यक्ष मयंक महतो (Chairman Mayank Mahato) ने बताया कि आज ज्यादा वैक्सीन आने का भरोसा दिलाया गया था। इसलिए कर्मचारियों ने ज्यादा लोगों के आधार कार्ड रजिस्टे्रशन के लिए ले लिए। अस्पताल से 150 वैक्सीन के बाद सौ और देने का भरोसा दिया था। लेकिन, अस्पताल में ही वैक्सीन कम पड़ गयीं, नाला मोहल्ला में भी 150 वैक्सीन ही थीं और वहां भी खत्म हो गयी थी। ऐसे में शेष बचे लोगों ने आरोप लगाना प्रारंभ कर दिया था। उन्होंने पहुंचकर सारी स्थिति जानी और लोगों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सोमवार को ज्यादा वैक्सीन की मांग करके बुलाएंगे।
एक कारण यह भी
बताया जाता है कि हर रोज पुरानी इटारसी और नाला मोहल्ला में 150 वैक्सीन दी जा रही हैं, लेकिन जागरुकता अभियान (Awareness campaign) के कारण अधिक लोग वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंच रहे हैं। ऐसे में वैक्सीन कम पड़ रही है। इसके अलावा पहले 60 वर्ष से ऊपर वालों को वैक्सीन का डोज दिया जा रहा था, अब यह आयु 45 वर्ष कर दी है तो भीड़ बढऩा स्वभाविक है। पुरानी इटारसी और नाला मोहल्ला में भाजपा कार्यकर्ताओं की पहल पर वैक्सीनेशन प्रारंभ हुआ और वे ही जनजागरण के माध्यम से लोगों को सेंटर पर बुला रहे हैं। आज चूंकि भाजपा के स्थापना दिवस को लेकर बैठक थी तो सेंटर पर अध्यक्ष मयंक महतो भी नहीं थे और ना ही कोई अन्य कार्यकर्ता, ऐसे में यह विवाद खड़ा हो गया।
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