होशंगाबाद। शासकीय गृह विज्ञान में मंगलवार को ”वर्ल्ड वेटलैंड डे” (World Wetland Day) विश्व नम भूमी दिवस मनाया गया। इस दौरान प्राणीशास्त्र, बायोटेक्नोलाॅजी विभाग एवं ईको क्लब द्वारा ऑफलाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ कामिनी जैन (Principal Dr. Kamini Jain) नें वैश्विक वेटलेन्ड की समस्या पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आज सम्पूर्ण विश्व जल की कमी की समस्या से जूझ रहा है। इसमें मनुष्य साफ पानी के लिए तो पशु चारे के लिए और छोटे जीव आवास एवं भोजन के लिए संघर्ष कर रहे हैं एवं बताया कि इस वैश्विक समस्या का निराकरण करने में वेटलेन्ड या पडती नम भूमि की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। वेटलेन्ड ऐसे क्षेत्र होते है, जहां वर्षा का जल एकत्रित होकर एक सम्पूण ईकोसिस्टम बनाता हैं। यही जल भूमी में रिस रिस कर भू-जल स्तर को बढाता है एवं हमारे कुंए और ट्यूवबेल में पहुंचता है। ईको क्लब प्रभारी डाॅ दीपक अहिरवार ने वैश्विक समस्या जलसंकट से निपटने में एवं जैवविविधता को बनाए रखने में वेटलेन्ड क्षेत्रों की भूमिका विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. पूजा थापक ने किया। कार्यक्रम में प्राध्यापक डाॅ श्रृद्वा गुप्ता, डाॅ रीना मालवीय, धीरज खातकर एवं चारू तिवारी एवं छात्राऐं उपस्थित रहीं।