मूंग खरीदी में किसानों से छलावा, नहीं मानी जा रही कृषि मंत्री की बात

Post by: Rohit Nage

इटारसी। समर्थन मूल्य (Support Price) पर मूंग की खरीदी को लेकर किसानों के साथ छलावा करके उन्हें गुमराह किया जा रहा है। एक ओर कृषि मंत्री (Agriculture Minister) का एक वीडियो (Video) वायरल (Viral) हुआ है जिसमें वे बोल रहे हैं कि किसानों से 40 क्विंटल मूंग और प्रत्येक केंद्र पर बड़े तौल कांटे से मूंग खरीदी की जाएगी, परंतु आज तक नर्मदापुरम जिले (Narmadapuram District) में एक भी खरीदी केंद्र पर बड़े तौल कांटे से किसान की मूंग नहीं तौली जा रही है।
यह बात क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन (Krantikari Kisan Mazdoor Sangathan) के जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह सोलंकी ने यहां जारी एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक केंद्र पर छोटे इलेक्ट्रॉनिक तौलकांटे (Electronic Wealth Kante) से मूंग की खरीदी हो रही है और 40 क्विंटल की जगह 25 क्विंटल ली जा रही है। दूसरी तरफ कुछ किसानों ने अपनी मूंग या उसकी दाल कृषि मंडी में बेची उसको काट कर किसानों के मैसेज खरीदी के लिए दिए जा रहे हैं। यह किसानों के साथ सरासर अन्याय है या फिर सरकार उसकी भरपाई करे, जिन किसानों ने मंडी में मूंग बेच दी। उनको भावांतर का पैसा मिलना चाहिए।
श्री सोलंकी ने कहा कि एक तो सरकार ने मूंग खरीदी में बहुत देरी कर दी, दूसरी तरफ अनेक अनियमितताएं अभी भी आ रही हैं, इससे हमारा किसान बहुत ज्यादा परेशान है। या तो सरकार मूंग खरीदी बंद कर दे और नहीं तो किसानों को परेशान करना बंद करके ईमानदारी से मूंग खरीदें। जब कृषि मंत्री के आदेश का पालन नहीं हो रहा तो मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है?
आम जनता का क्या हाल है, क्या होगा, उनकी कौन सुनेगा? क्या मुख्यमंत्री (Chief Minister) इस पर कुछ करेंगे? उन्होंने कहा कि सिस्टम में कमी को दूर किया जाए और दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाए। यदि यह सब नहीं हो सकता तो किसानों को परेशान करना, झूठे आश्वासन देना बंद कर देना चाहिए। यदि मूंग की खरीदी में किसानों को परेशान किया गया तो क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य रहेगा, जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की रहेगी।

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