इटारसी। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में बारिश का दौर जारी है, रुक-रुककर हो रही वर्षा के कारण कई बांध छलक गये हैं, जलस्तर नियंत्रित करने उनके गेट खोलकर पानी नदियों में छोड़ा जा रहा है जिससे नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है और नदियों के आसपास बसे गांवों की तकलीफें भी बढ़ी हैं। तवा बांध (Tawa Dam), बारना बांध (Barna Dam) और बरगी बांध (Bargi Dam) के गेट खुलने से नर्मदापुरम (Narmadapuram) में नर्मदा नदी (Narmada River) का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। प्रशासन ने लोगों से नर्मदा तटों से दूर रहने का आग्रह किया है।
नर्मदा नदी का सेठानी घाट (Sethani Ghat) पर जल स्तर बीती रात 11 बजे 951.30 फिट था जो आज सुबह 6 बजे 954.20 फिट तक आ गया था, सुबह 9 बजे जलस्तर 955 फिट था। लगभग चार फिट का इजाफा हुआ है। तवा बांध के सात गेट रात 11 बजे तक 7 फिट तक खुले थे जिनसे 77952 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा था। सुबह सात गेट 4 फिट करके डिस्चार्ज 45696 क्यूसेक कर दिया है।
तवा का जलस्तर 1160 तक आ गया है। बरगी के 17 गेट खुले हैं जिनमें 9 गेट ढाई मीटर, 4 गेट 2 मीटर, 2 गेट 1.5 मिीटर और दो गेट आधा मीटर तक खुले हैं। इनसे 1 लाख 84 हजार 735 क्यूसेक पानी छोटा जा रहा है। बारना बांध के चार गेट तीन मीटर तक खुले हैं जिनसे 30422 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है।