इटारसी। हिंदुस्तान गायकी की अनमोल आवाज़ स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को इटारसी की वरिष्ठ संगीत संस्था निनाद सिंगर्स (Ninad Singers) के सदस्यों और लता की आवाज़ की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित कर रही संस्था इटारसी सांस्कृतिक मंच (Itarsi Cultural Forum) की महिला सदस्यों ने स्थानीय रेस्टोरेंट (Restaurant) में पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।
निनाद सिंगर्स के गायक आलोक गिरोटिया (Alok Girotia) ने बताया कि कार्यक्रम के आरंभ में अपनी आवाज़ के जादू से सबको स्तब्ध करने वाली सुरीली आवाज़ सुश्री लता मंगेशकर को दोनों ही समूह के सदस्यों ने मौन धारण कर अपनी अदरांजलि प्रदान की। कार्यक्रम की विधिवत् शुरूआत इटारसी सांस्कृतिक मंच की संयोजिका अर्चना शुक्ला (Archana Shukla) और अनिता राठौर (Anita Rathore) ने की।सबसे पहले निनाद के गायक अमिताभ बैस (Amitabh Bais) ने स्वर कोकिला के जीवन से जुड़े रोचक वृतांत को उपस्थितों के समक्ष प्रस्तुत किया। इटारसी सांस्कृतिक मंच की संरक्षक प्रतिभा दुबे (Pratibha Dubey) ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राधिका राणा (Radhika Rana) ने लता जी के सुप्रसिद्ध गीत को अपनी मधुर आवाज़ दी फिर श्वेता पगारे (Shweta Pagare) की सधी हुई आवाज़ और निनाद सिंगर्स के वरिष्ठ गायक आलोक गिरोटिया ने लता जी के खूबसूरत युगल गीत 'नाम गुम जायेगा' की प्रस्तुति दी जिसने माहौल में लता जी की साक्षात् उपस्थिति का एहसास कराया। इटारसी सांस्कृतिक मंच से बलजीत सोखी, अनिता राठौर, अर्चना शुक्ला, दीप्ति कोठारी, भारती चौकसे, उमा शुक्ला और निनाद सिंगर्स से प्रदीप बैस, शशांक बैसाखिया, संजय दीवान, अतुल शुक्ला, अमिताभ बैस ने लता जी के गाये गीतों को अपनी आवाज़ देकर अपनी संगीतमय श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में विशेष रूप बड़ी संख्या में अपनी श्रद्धांजली देने संगीत प्रेमी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में स्व.लता मंगेशकर के चित्र को निनाद सिंगर्स द्वारा इटारसी सांस्कृतिक मंच के सदस्यों को सौंपा गया ताकि लता जी को चाहने वाली शहर की प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर उन्हें संगीत के सफर में ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद की जा सके।