मास्क की वजह से होने वाली एक्ने से ऐसे पाएं छुटकारा

Post by: Poonam Soni

Health Tips: कोरोना महामारी का कहर इतना ज्यादा है कि बाहर निकल कर इससे सुरक्षित रहने का एकमात्र उपाय मास्क लगाना है। मास्क न केवल हमारे दैनिक जीवन में एक आवश्यक घटक हैं, बल्कि अब उन्हें एक फैशन एक्सेसरीज के रूप में भी देखा जाता है। जहां एक तरफ मास्क हमें वायु जनित कणों और कोरोना के संक्रमण से बचाते हैं, वहीं इसके निरंतर उपयोग से त्वचा को कई तरह की हानियां भी होती हैं। त्वचा को मास्क से होने वाली समस्याओं में से सबसे ज्यादा बड़ी समस्या है – मुहांसे। त्वचा पर मास्क की वजह से होने वाली एक्ने को मास्क एक्ने या Maskne कहा जाता है। आइए जानें किस तरह से चेहरे पर होने वाली एक्ने से छुटकारा पाया जा सकता है।

मास्क एक्ने या Maskne क्या है
मास्क एक्ने या Maskane त्वचा की नयी समस्या है जो पिछले एक साल में उभर कर सामने आई है। इसका मुख्य कारण महामारी से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करना है। मास्क एक्ने, त्वचा के उस भाग में मुख्य रूप से उभरते हैं जो मास्क से ढके रहते हैं। इसमें चेहरे के उन क्षेत्रों में ब्रेकआउट और त्वचा में जलन होने लगती है जो ज्यादा समय के लिए मास्क से ढके रहते हैं। इसमें प्रमुख हैं आपकी नाक के किनारे, गालों का निचला हिस्सा और ठुड्डी। इसका एक मुख्य कारण लगातार मास्क पहनने के कारण त्वचा के बीच घर्षण और फंसी हुई नमी भी है। आमतौर पर मुहांसे एक त्वचा की स्थिति है जो रोम द्वारा उत्पादित अतिरिक्त तेल के कारण होती है। लेकिन जब आप लंबे समय तक मास्क पहने रहती हैं, तब रोम छिद्रों में गंदगी या मृत त्वचा कोशिकाओं में बैक्टीरिया का निर्माण होता है जिससे त्वचा में जलन होती है। यह समस्या इरिटेशन, नमी, बैक्टीरिया और यहां तक कि मौसम की गतिशीलता के कारण भी तेज होती है।

मास्क एक्ने या Maskne के कारण
त्वचा का रगड़ना
आपके चेहरे की त्वचा के खिलाफ मास्क को लगातार रगड़ने से त्वचा की सुरक्षात्मक परत खराब हो सकती है, जिससे यह पसीने, गंदगी और जमी हुई मैल जैसे हमलावरों की चपेट में आ जाती है, जो एक्ने को जन्मे देते हैं।

नमी
मास्क पहनकर जब आप सांस छोड़ते हैं, तो आपकी सांस से नमी पैदा होती है जो मास्क की सीमाओं के भीतर फैलती है, और त्वचा में समाहित हो जाती है। नम त्वचा में ब्रेकआउट और एक्ने की संभावना अधिक होती है।

एलर्जी
अधिकांश सर्जिकल ग्रेड मास्क और N95 मास्क को कीटाणुरहित करने के लिए रसायनों से बनाया जाता है। ये सभी रसायन मास्क इस्तेमाल के समय त्वचा के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं जिससे लालिमा, जलन और एक्जिमा हो सकता है।

गन्दा फेस मास्क
भागदौड़ भरी दिनचर्या में हम अक्सर मास्क बदलना भूल जाते हैं और उसे धोने में लापरवाही करते हैं। आदर्श रूप से यदि आप कपडे का मास्क इस्तेमाल कर रही हैं, तो इसे रोज़ धोना चाहिए और हर बार साफ़ और नए मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करने से कीटाणुओं के फैलने के जोखिम को कम किया जा सकता है और साथ ही मास्क एक्ने की संभावना कम हो जाती है।

Leave a Comment

error: Content is protected !!