इटारसी। आज से जैन समाज के दशलक्षण पर्व प्रारंभ हो गये हैं। इस अवसर पर श्री दिगम्बर जैन तारण तरण चैत्यालय (Shri Digambar Jain Taran Taran Chaityalaya) में समाज के लोगों को प्रवचन में टीकमगढ़ से आये पं.आशीष शास्त्री (Ashish Shastri) ने कहा कि यह पर्व व्यक्ति विशेष या सम्प्रदाय का न होकर जन-जन के लिए सामान्य पर्व है। जो मोह, राग और द्वेष पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं और जीवन में समृद्धि लाना चाहते हैं तो उनके लिए यह दश दिन पर्व नहीं महापर्व है।
उन्होंने कहा कि यह भादौ मास में मंगल पर्व पंचमी से चतुर्दशी तक बड़ी धूमधाम से सारे देश में मनाये जाते हैं। महावीर भगवान के संदेश जियो और जीने दो और गुरु तारण का उपदेश आत्मा से परमात्मा की भावना सभी के अंदर प्रकट हो। इस प्रकार से धर्ममय वातावरण नगर का बने और सभी व्रती उपवास, संयम से अपना जीवन जियें। इससे पूर्व पहले प्रथम दिन प्रातः 8 बजे झंडावंदन, के बाद श्री तीन बत्तीसी जी पाठ, आशीष शास्त्री टीकमगढ़ के प्रवचन, वृहद मंदिर विधि, युवा परिषद द्वारा भजन एवं आरती, प्रभावना, सायंकाल लघु मंदिर विधि का आयोजन भी किया गया।
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जीवन में समृद्धि लाना है तो यह दस दिन महापर्व है


Rohit Nage
Rohit Nage has 30 years' experience in the field of journalism. He has vast experience of writing articles, news story, sports news, political news.
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