अब तक 38 मूर्तियों का हो चुका है विसर्जन
इटारसी। नगर में विराजीं माता भगवती (Mata Bhagwati) की प्रतिमाओं का दशहरा के दिन से विसर्जन प्रारंभ हो गया है। दशहरा (Dussehra) की रात से मेहरागांव की पहाड़ी नदी (Hill River) के किनारे बने कृत्रिम कुंड में विसर्जन का सिलसिला प्रारंभ हुआ है जो अब भी जारी है।
गुरुवार को दोपहर डेढ़ बजे तक कृत्रिम कुंड में 38 प्रतिमाएं विभिन्न देवी-देवताओं की विसर्जित हो चुकी थीं।
शहर में मूर्ति विसर्जन के लिए पंडाल समितियों ने डीजे, ढोल, बाजे और अतिशबाजी के साथ नाच-गाते प्रतिमा जुलूस निकाला। मेहरागांव (Mehragaon) नदी किनारे नगरपालिका द्वारा बनाए गए कृत्रिम कुंड में प्रतिमाएं विसर्जित हुईं। नदी के समीप नगरपालिका ने 25 गुणा 25 मीटर लंबाई और चौड़ाई का कृत्रिम कुंड बनाया है जिसकी गहरायी पांच से 8 फीट तक है। ज्यादा बड़ी प्रतिमाएं आड़ी करके विसर्जित की जा रही हैं। पांच फीट तक की प्रतिमाएं सीधे ही विसर्जित हो रही हैं। इस बार नगर पालिका ने प्रतिमा विसर्जन के लिए क्रेन (Crane) का इस्तेमाल किया है, जो मूर्तियों को वाहन से उठाकर सीधे ले जाकर पानी में विसर्जित कर रही हैं। विसर्जन कुंड में पावन नर्मदा (Narmada) का जल भी डाला है। कुंड में प्रतिमा विसर्जन में मदद के लिए नगपालिका के कर्मचारी हैं जो समिति सदस्यों के साथ मूर्ति विसर्जन करा रहे हैं।