बाबई में माखनलाल चतुर्वेदी शासकीय महाविद्यालय भवन का लोकार्पण

Post by: Poonam Soni

होशंगाबाद। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Higher Education Minister Dr. Mohan Yadav) ने होशंगाबाद जिले के बाबई में माखनलाल चतुर्वेदी शासकीय महाविद्यालय (MCU COllege) में 3 करोड़ 53 लाख की लागत से 1688 वर्ग मीटर में बने नव-निर्मित भवन का लोकार्पण किया।

लोकार्पण कार्यक्रम में मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केन्‍द्र व प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाने पर विशेष बल दिया जा रहा है। इससे हमारी युवा पीढ़ी को न केवल विभिन्न सेक्टर्स में रोजगार के सुनहरे अवसर के साथ स्व-रोजगार की दिशा में भी बढ़ रहे हैं। शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय मानव निर्माण का केन्‍द्र है। विद्यार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसे पाने के लिए कठिन परिश्रम करें, निश्चित ही सफल होंगे।

मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देश के विकास व युवाओं की उन्नति के लिए कारगर नई शिक्षा नीति प्रारंभ की है। वर्तमान शिक्षा नीति के माध्यम से अब युवावर्ग रोजगार, स्व-रोजगार, शोध व अन्य विभिन्न क्षेत्रों में पूरे आत्म विश्वास से आगे बढ़ पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों के आर्थिक पर्यावरण परिवेश के अनुसार विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

मंत्री डॉ यादव ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जिले के सभी महाविद्यालयों में आगामी 5 वर्षों में सभी विषयों पर आधारित कोर्स संचालित किए जाएंगे तथा युवाओं को रोजगार व अच्छे प्लेसमेंट प्राप्त हो सकें, इस पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। कार्यक्रम में विधायक होशंगाबाद श्री सीतासरन शर्मा, विधायक सोहागपुर श्री विजय पाल सिंह, विधायक सिवनी-मालवा श्री प्रेम शंकर वर्मा, विधायक पिपरिया ठाकुरदास नागवंशी सहित अन्य जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

नई शिक्षा नीति सर्व समावेशी व सर्वाधिक उपयोगी है
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि केन्‍द्र सरकार द्वारा बनाई गई नई शिक्षा नीति सर्व-समावेशी, सर्व-सामायिक व सर्वाधिक उपयोगी है। मंत्री डॉ. यादव होशंगाबाद जिले की तहसील पिपरिया में शहीद भगत सिंह शासकीय पी. जी. कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक पाठ्यक्रम के प्रत्येक वर्षों में उत्तीर्ण की गई परीक्षा को भी महत्व दिया जाएगा। नई शिक्षा नीति से अब प्रथम वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर सर्टिफिकेट, द्वितीय वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण होने पर डिप्लोमा तथा तृतीय वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर डिग्री दी जाएगी। नई शिक्षा नीति रोजगरोन्मुखी है, इससे युवा पीढ़ी, रोजगार, स्वरोजगार व शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ पायेगी। कार्यक्रम में विधायक पिपरिया ठाकुरदास नागवंशी, सहित अधिकारीगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

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