- 36 साल तक केसला विद्यालय में योगदान के बाद आनंदराव भाउ का बैतूल स्थानांतरण
- विज्ञान गतिविधियों में सहयोगी आनंदराव के स्थानांतरण पर राजेश पाराशर ने दी विदाई
इटारसी। 1990 से 4 छोटे कमरों से आरंभ केसला विद्यालय ने विज्ञानकेंद्र के रूप में जो पहचान बनाई उसमें आनंदराव धोटे के सहयोग को हमेशा याद रखा जायेगा यह बात बृहस्पति विज्ञान केंद्र के डायरेक्टर राजेश पाराशर ने आनंदराव के आठनेर स्थानांतरण पर विदाई कार्यक्रम में कही।
राजेश पाराशर ने कहा कि आनंदराव ने 36 वर्षों पहले केसला विद्यालय में अपनी सेवा आरंभ करके उसके विकास के हर चरण जैसे विज्ञान, क्रीड़ा, परीक्षा, पर्यावरण, सांस्कृतिक गतिविधियों में योगदान दिया है। बच्चों के खगोल विज्ञान केंद्र की स्थापना से लेकर उसके विकास में लगातार सहयोग किया।
उनका आठनेर स्थानांतरण होने से दशक में 100 से अधिक शिक्षक परिवार तथा हजारों बच्चों के बीच भाउ के रूप में पहचाने जाने वाले आनंदराव की कमी अखरेगी। विद्यालय में आनंदराव के कार्यस्थल विद्यालय प्रांगण में आयोजित इस अनौपचारिक विदाई कार्यक्रम में राजेंद्र मांझी, जयनारायण तथा इटारसी से हरीश चौधरी उपस्थित रहे।