- समस्त घाटों पर जल स्तर की सतत मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए
- सड़कों, पुल-पुलियों की मरम्मत एवं चेतावनी संकेत लगाये जाएं
- कलेक्टर एवं एसपी ने की बाढ़ से निपटने तैयारियों की समीक्षा
नर्मदापुरम। जिले में संभावित बाढ़ आपदा से पूर्व तैयारियों को लेकर कलेक्टर सोनिया मीना एवं पुलिस अधीक्षक गुरुकरनसिंह ने बैठक कर विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आपदा से पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली जाएं ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी रूप से निपटा जा सके।
ये दिये निर्देश
जिले में बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रूम बनाने, जिले के समस्त घाटों पर जल स्तर की सतत मॉनिटरिंग, जल स्तर बढ़ाने की सूचना तत्काल जिले में स्थित बाढ़ कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने, अनुविभागीय अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत राहत एवं पुनर्वास केंद्रों का चिन्हांकन कर उनका निरीक्षण करने, वहां पर सभी प्रकार की आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने, आपदा मित्र की सूची तैयार कर संबंधित जनपद पंचायत सीईओ को उपलब्ध कराने, सभी सीईओ सुनिश्चित करें कि अन्य आपदा मित्रों को तैयार करने होमगार्ड टीम से प्रशिक्षण प्रदान कराया जाए। समस्त सीएमओ को निर्देशित किया कि नगरी क्षेत्र में बड़े एवं छोटे सभी प्रकार के नालों की साफ-सफाई सुनिश्चित करवाई जाए तथा पुनर्वास केंद्रों का चिन्हांकन कर उनका निरीक्षण भी सुनिश्चित करें।
राज्य मार्गों पर निगरानी
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जिले में राज्य मार्ग को एवं अन्य सामान्य मार्गों पर कटाव एवं दुर्घटना की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे मार्गों पर मरम्मत कार्य सुनिश्चित करवाया जाए। उन्होंने वर्षा पूर्व बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दवाइयां तथा अतिरिक्त खाद्य सामग्री राहत केंद्रों पर उपलब्ध करवाने के लिए जिला आपूर्ति अधिकारी एवं सीएमएचओ नर्मदापुरम को निर्देशित किया। संभावित बाढ़ आपदा से बचाव हेतु मोटर बोट, नाव आदि उपकरण के सुधार कार्य कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बचाव सामग्री की आवश्यकता होने पर तत्काल रूप से नवीन सामग्री क्रय करने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि एसडीआरएफ बलों को आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाए।
पुल-पुलियाओं की मरम्मत
कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी एवं अन्य संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि जिले में कोई भी पुल पुलिया में मरम्मत की आवश्यकता हो तो आवश्यक रूप से सुधार कार्य करें। अधिक वर्षा से जिन पुल एवं पुलिया पर पानी आ जाता है वहां अनिवार्य रूप से चेतावनी सूचक चिन्ह भी लगायें। पुराने एवं नवीन पुल पर क्षमता से अधिक भार वाले वाहनों को पूर्णत प्रतिबंधित किया जाए तथा इन पुल एवं पुलिया पर आवश्यक रूप से विभागीय अमले की ड्यूटी भी लगाई जाए। जिले में पंजीकृत जेसीबी क्रेन पोकलेन आदि वाहनों की सूची एवं वाहन मालिकों के मोबाइल नंबर संधारित किए जाने के लिए जिला खनिज अधिकारी एवं आरटीओ को निर्देशित किया।
विद्युत विभाग को निर्देश
संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई बंद होने की स्थिति में उसकी आपूर्ति किए जाने के लिए सुनियोजित कार्य योजना तैयार किए जाने के निर्देश दिये। उपसंचालक पशु चिकित्सा विभाग को निर्देशित किया कि जिले में पशुधन की हानि को दृष्टिगत रखते हुए वर्षा काल के पूर्व दवाइयां चारे एवं भूसे की उपलब्धता तथा वैक्सीनेशन आदि तैयारी पूर्ण कर ली जाए। प्रत्येक कार्यालय प्रमुख सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ कार्यालय में कोई भी भवन क्षतिग्रस्त या जर्जर स्थिति में ना हो। पीडब्ल्यूडी, नगर पालिका एवं जनपद पंचायत यह सुनिश्चित करें कि ऐसे भवनों को डिस्मेंटल करने की कार्यवाही शीघ्र ही सुनिश्चित की जाए। साथ ही जर्जर स्कूल भवनों को भी चिन्हित कर उनमें स्कूल संचालन त्वरित रूप से बंद कराया जाए। प्रमुख घाटों पर सायरन व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ के पूर्व जागरूकता अभियान चलाई जाने के लिए भी निर्देशित किया गया।