इटारसी। नगर पालिका (Nagarpalika) के अतिक्रमण विरोधी अमले ने आज भारतीय जीवन बीमा निगम के पीछे स्थित एक अतिक्रमण को ढहा दिया। यह अतिक्रमण करीब दो दशक पुराना बताया जा रहा है। नपा की ओर से अतिक्रमणकारी को नोटिस दिये थे, लेकिन उन्होंने इसे नहीं हटाया। एलआईसी आफिस (LIC Office) के पीछे महावीर भवन की दीवार से सटे एक अतिक्रमण को आज नगर पालिका के अतिक्रमण विरोधी अमले ने हटा दिया है। यह कब्जा तत्कालीन सुधार न्यास द्वारा अधिग्रहित भूमि पर किया गया था। नगर पालिका ने सन् 2005 में इसका सीमांकन कराया तो इसे अतिक्रमित माना और संबंधित को नोटिस दिया था। खसरा नंबर 21/1 और 22/1 लगभग 77,144.68 स्क्वेयर फुट भूमि में से अतिक्रमित इस भूमि पर अब्दुल गफ्तार, अब्दुल सलीम, अब्दुल रहीम और अब्दुल शहीद का कब्जा बताया जा रहा है। इस भूमि का इटारसी सुधार न्यास ने अधिग्रहण किया था।
कोर्ट ने भी माना अतिक्रमण
नगर पालिका ने अतिक्रमणकारी को नोटिस दिया लेकिन, संबंधित ने न तो नोटिस का कोई जवाब दिया और ना ही निर्माण कार्य रोका। इस भूमि पर दो कमरों का एक पक्का मकान भी बना लिया गया था। सन् 2014 में मामला जब कोर्ट में गया तो कोर्ट ने भी माना कि यह अतिक्रमण है। बावजूद इसके संबंधित ने इस कब्जे को नहीं छोड़ा।
इन अधिकारियों ने हटवाया
आज दोपहर में अनुविभाग अधिकारी राजस्व मदन सिंह रघुवंशी (Subdivision Officer Revenue Madan Singh Raghuvanshi) की मौजूदगी और मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले (Chief Municipal Officer Hemeshwari Patle) के नेतृत्व में जेसीबी से यह अवैध कब्जा हटा दिया। इस मौके पर तहसीलदार राजीव कहार (Tehsildar Rajeev Kahar), अतिरिक्त तहसीलदार निधि पटेल (Additional Tehsildar Nidhi Patel), सब इंजीनियर आदित्य पांडेय (Sub Engineer Aditya Pandey) सहित नगर पालिका का अमला मौजूद रहा।
इनका कहना है…
यह नपा के आधिपत्य की भूमि है जिस पर कब्जा किया था। कोर्ट ने भी इसे अतिक्रमण माना और नगर पालिका ने भी पूर्व में नोटिस दिये थे, लेकिन संबंधित ने कब्जा नहीं हटाया बल्कि दो कमरों का एक मकान और तैयार कर लिया।
हेमेश्वरी पटले (Hemeshwari Patle, CMO)