केसला : हनुमान मंदिर में बड़ा गुम्बद, सीढिय़ां, छज्जा बनाने ठेकेदार राजी

Post by: Rohit Nage

अंतत: ठेकेदार झुका, ग्रामीणों की तीन मांगें मान लीं
केसला में हनुमान मंदिर को लेकर विवाद का मामला
इटारसी। आखिरकार ठेकेदार कन्हैया रैकवार ने अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और फोरलेन बना रही कंपनी के अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद ग्रामीणों की तीन मांगें मान ली गई है। कंपनी अतिरिक्त कार्य का भुगतान ठेकेदार को करेगी, यह प्रयास कंपनी के अधिकारी उच्च स्तर पर करने को राजी हो
गये हैं।

उल्लेखनीय है कि सुबह ठेकेदार कन्हैयालाल रैकवार और रामायण मंडल समिति के सचिव अश्वनी व्यास के बीच विवाद के बाद हाथापायी हो गयी थी। इस विवाद के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण और ठेकेदार कन्हैयालाल पुलिस थाना पहुंच गये थे। ग्रामीणों ने एसडीएम को फोन किया तो उन्होंने तहसीलदार को भेजा था।

हनुमान मंदिर विवाद की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त तहसीलदार निधि चौधरी, फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी के इंजीनियर श्रीप्रकाश भारद्वाज, सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष जितेन्द्र ओझा, केसला की रामायण समिति के सदस्य केसला पुलिस थाना पहुंच गये थे। सभी पक्षों में आपस में बातचीत करके विवाद को शांत करने के प्रयास रंग लाये और पुलिस थाने में बातचीत के बाद सभी लोग मौके पर पहुंचे और वहां की स्थिति का जायजा लिया।

इन तीन मांगों पर बनी सहमति

ठेकेदार मंदिर का गुम्बद नक्शा अनुसार ग्रामीणों की भावना का ख्याल रखते हुए बनायेगा। गुम्बद बड़ा होगा। मंदिर में छत पर जाने के लिए सीढिय़ों का निर्माण होगा, जो लोक निर्माण विभाग द्वारा दी गई ड्राइंग डिजाइन में नहीं है। मंदिर के तीन तरफ तीन-तीन फीट का छज्जा और सामने पांच फीट का छज्जा छोड़ा जाएगा।

ग्रामीण बोले शेष काम हमें करने दें

विवाद के बीच ग्रामीणों की तरफ से एक मांग यह भी आयी थी कि जितना काम ठेकेदार ने कर लिया है, उसका सर्वे करके राशि तय कर दी जाए और शेष राशि ग्रामीणों की समिति को सौंप दें और मंदिर का बाकी काम ग्रामीणों की समिति अपने अनुसार कर ले। हालांकि अधिकारियों ने इस मांग को पूरी तरह से नकार दिया है।

तराई ठीक से नहीं होने का आरोप

ग्रामीणों का आरोप है कि मंदिर का अब तक जितना भी निर्माण कार्य किया गया है, उसमें तराई ठीक से नहीं की गई है। इस पर श्री प्रकाश भारद्वाज ने कहा कि एक वर्ष पूर्व पीएचई को यहां बोर करने पत्र दिया गया था, लेकिन विभाग ने अब तक यहां बोर नहीं कराया है जिससे पानी की कमी होने से तराई में बाधा आ रही है।

इनका कहना है….

मंदिर पूरे केसला ब्लॉक में आस्था का केन्द्र है। फोरलेन बनने के कारण दूसरी जगह निर्माण हो रहा है। गांव के लोगों और ठेकेदार के बीच कुछ इश्यु थे, जिन्हें सुलझा लिया गया है सभी मिलजुलकर मंदिर का निर्माण अच्छे से करेंगे।
जितेन्द्र ओझा, अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण समाज
एनएचएआई के सहयोग से मंदिर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। कन्हैयालाल ठेकेदार को काम दिया गया है। पीडब्ल्यूडी के ड्राइंग डिजाइन अनुसार ही काम हो रहा है। कुछ अड़चनों के कारण विवाद था, अब सुलझा लिया गया है।
श्रीप्रकाश भारद्वाज, इंजीनियर
आज लेंटर डालना जाना था। विवाद का कारण इतना था कि हमने ड्राइंग डिजाइन मांगी तो ठेकेदार ने इनकार कर दिया और विवाद पर उतारू हो गया और हमारे ही खिलाफ पुलिस थाने चला गया।
अश्वनी व्यास, सचिव

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