इटारसी। करीब साढ़े तेरह घंटे एलकेजी कालोनी (LKG Colony) के निवासी और बिजली विभाग के अधिकारी एक ट्रांसफार्मर (Transformer) को निकालने और नहीं निकालने की कवायद के बीच आमने-सामने रहे, लेकिन नतीजे के लिए अब कल का इंतजार करना पड़ेगा। आज इस पिक्चर का एंड (Picture’s End) हो जाएगा और निष्कर्ष सामने होगा, इस इंतजार में सुबह 11 से शाम 6 बजे तक दोनों पक्ष अपने-अपने फैसले पर अडिग रहे। बिजली विभाग कालोनी में लगा अपना 450 एम्पीयर (Ampere) का ट्रांसफार्मर निकालकर यहां दूसरा ट्रांसफार्मर लगा रहे थे, जिसका कालोनी के निवासियों ने तीखा विरोध किया और शाम तक बात कल पर टल गयी। यानी पिक्चर अभी बाकी है।
गौरतलब है कि आज सुबह सोनासांवरी नाका (Sonasawari Naka) के पास विकसित एलकेजी कालोनी द ग्रेन्ड एवेन्यु (LKG Colony The Grand Avenue) के निवासियों ने यहां से ट्रांसफार्मर निकालने आये बिजली विभाग के दल को कालोनी के भीतर ही नहीं घुसने दिया। हल्ला बोल नारे के साथ कालोनी के निवासी महिला, पुरुष, बच्चों ने बिजली विभाग के दल का विरोध किया। प्रबंधक शहर डेलन पटेल के साथ आयी विभाग की टीम करीब एक घंटा इंतजार और समझाईश के बाद आखिरकार बैरंग लौट गयी। कालोनी के लोगों को विभाग ने सुबह 6 बजे आने का समय दिया था जबकि वे 5:30 बजे से ही यहां एकत्र हो गये थे।
प्रशासन आया था मैदान में
बिजली विभाग के कर्मचारियों को खाली हाथ लौटाने के बाद एसडीएम एमएस रघुवंशी, डीईई पूनम तुमराम, एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान पुलिस बल के साथ पहुंचे। लेकिन, कालोनी के लोगों की एकजुटता के कारण वे भी केवल बातचीत ही करते रहे। कालोनी के लोग किसी कीमत पर ट्रांसफार्मर नहीं निकालने देने की जिद पर अड़े रहे। भोपाल के दबाव के कारण अधिकारी भी ट्रांसफार्मर निकालने की जिद पर थे। सारा दिन गेट के सामने टेंट लगाकर कालोनी के लोग बैठे रहे, महिलाओं ने सुंदरकांड किया। पुरुषों ने विद्युत मंडल वापस जाओ के नारे लगाये। बातचीत का नतीजा नहीं निकला।
आदेश की प्रतीक्षा में निकला दिन
सारा दिन यहां कालोनी के महिला, पुरुष, बच्चे अपना काम छोड़कर गेट के सामने टेंट लगाकर बैठे रहे। एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी और एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान ने कालोनी के निवासियों से बातचीत के जरिये समाधान निकालने के प्रयास किये, लेकिन कालोनी के लोगों की एक ही बात थी कि चाहे जो हो जाए, वे ट्रांसफार्मर नहीं निकालने देंगे। वे जेल जाने को तैयार थे, लाठियां भी चलें तो उन्हें मंजूर था, लेकिन अपने फैसले से नहीं डिगे। बिजली विभाग यहां से ट्रांसफार्मर निकालकर सिवनी मालवा क्षेत्र में कहीं स्थापित करना चाहता है, जहां अधिक भार वाले ट्रांसफार्मर की जरूरत है, अभी कालोनी का ट्रांसफार्मर ज्यादा भार का है और यहां अभी बिजली की इतनी खपत नहीं है। ऐसे में कालोनी के लोगों का विरोध है कि आगामी समय में यहां भी खपत बढ़ेगी तो परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
विधायक ने की जिम्मेदारों से बात
कालोनीवालों की इस समस्या का समाधान करने विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा भी अपने स्तर पर प्रयासरत रहे। चर्चा थी कि कृषि मंत्री कमल पटेल के कहने पर सिवनी मालवा में कहीं मूंग की फसल के लिए ट्रांसफार्मर लगना है जहां पूर्व से लगा ट्रांसफार्मर लोड नहीं ले रहा है। विधायक ने कृषि मंत्री से भी इस मामले में चर्चा की। इसके अलावा जिनके गांव में यह ट्रांसफार्मर जाना है, वहां के लोगों से भी बात की। आज जितनी बात की गई, उसमें समाधान की राह निकलते नहीं दिखी। अब कल विधायक उर्जा मंत्री से इस संबंध में चर्चा करेंगे तभी कोई इसका समाधान निकाला जा सकेगा।
मंत्री से बात करेंगे विधायक
विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा ने इस मामले को लेकर कृषि मंत्री कमल पटेल, बिजली विभाग के आला अधिकारियों से बातचीत की। लेकिन, उनका भी कहना यही था कि हमने किसी स्थान विशेष से ट्रांसफार्मर निकालकर लाने को नहीं कहा है, जहां लगना है, विभाग वहां भार बढ़ाये, केवल यही आदेश हैं। अब इस मामले में विधायक डॉ. शर्मा कल उर्जा मंत्री से बात करेंगे। यानी फिलहाल साढ़े तेरह घंटे प्रशासन और कालोनी वासी आमने सामने रहे और पिक्चर अभी बाकी ही रही।
इनका कहना है…
मूंग की फसल के लिए एक जगह अधिक भार वाला ट्रांसफार्मर लगाना है। पूरे जिले में सबसे कम लोड इसी ट्रांसफार्मर पर है, इसलिए इसे निकालकर केवल दो माह के लिए ले जाना था। कालोनी के लोग विरोध कर रहे हैं, अब जो आगे जो भी करना है, प्रशासन को ही करना है।
पूनम तुमराम, डीई इटारसी डिवीजन
आज कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। कल विधायक मंत्री से बात करेंगे उसके बाद कोई समाधान निकलने की उम्मीद है। फिलहाल मामला पेंडिंग है।
एमएस रघुवंशी, एसडीओ राजस्व