इटारसी। विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय सुखतवा के सभागार में ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थी राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं रेड रिबन क्लब के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य श्रीमती कामधेनु पटोदिया के संरक्षण में हुई।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ राधा आशीष पांडे ने बताया कि यूएनओ भारत सरकार स्वास्थ्य मंत्रालय और मध्य प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वावधान में हार्टफूलनेस संस्था के सहयोग से पूरे विश्व में आज 21 दिसंबर 2024 को विश्व ध्यान दिवस मनाने का संकल्प लिया। इसे पूर्ण रूप से आधिकारिक रूप से अनुमति प्रदान की। इस तारतम्य में महाविद्यालय के सभागार में संस्था में दी गई लिंक के द्वारा वीडियो बच्चों के बीच प्रदर्शित किया एवं निर्देशों का पालन करते हुए ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में प्राचार्य श्रीमती कामधेनु पटोदिया, डॉ हिमांशु चौरसिया, डॉ प्रवीण कुशवाहा, डॉ वेदप्रकाश भारद्वाज, डॉ सौरभ तिवारी, डॉ सतीश ठाकरे एवं महाविद्यालय के समस्त स्वयंसेवक एवं अन्य कार्यालय स्टाफ मौजूद रहा। उन्होंने ध्यान कार्यक्रम में निर्देशों का पालन करते हुए संपूर्ण रूप से ध्यान किया।
प्राचार्य श्रीमती कामधेनु पाटोदिया ने संबोधित करते हुए बताया कि ध्यान ऋषि मुनियों की देन है, जो हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। ध्यान के माध्यम से हम अपने जीवन को शांत और एकाग्र बना सकते हैं। कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि ध्यान महर्षि पतंजलि योग के सातवें पायदान पर है जो समस्त कार्यों को करने के बाद अपने शरीर से थकावट एवं तनाव को दूर करने के लिए यदि कोई व्यक्ति से प्रतिदिन करता है तो उसे किसी प्रकार का तनाव नहीं रहता मन पूर्ण रूप से शांत एवं एकाग्र रहता है।