इटारसी। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति संबंधित समस्याएं लगातार आ रही हैं। पिछले 6 महीने से छात्रवृत्ति का पोर्टल (Portal) ठप होने के कारण डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थी छात्रवृत्ति संबंधी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, संबल योजना, गांव की बेटी योजना, आवास भत्ता योजना का लाभ न मिलने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का विद्यार्थी महाविद्यालय में प्रवेश लेने में आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रांत कार्यकरिणी सदस्य कुणाल सराठे (Kunal Sarathe) ने बताया कि योजनाओं के सहारे उच्च शिक्षा में विद्यार्थी वर्ग का नामांकन प्रतिशत प्रतिवर्ष बढ़ता है। ऐसे में 6 माह से छात्रवृत्ति पोर्टल बंद होना उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही दर्शाता है। बजट व तकनीकी खराबी का हवाला देते हुए विद्यार्थियों को नकार दिया जाता है, जिस कारण व्यवस्थाओं के प्रति विद्यार्थी समुदाय का विश्वास भी घटता जा रहा है।
विद्यार्थी परिषद यह मांग करती है कि तत्काल प्रभाव से छात्रवृत्ति के सभी पोर्टल प्रारंभ करें वह गत वर्ष से लंबित छात्रवृत्ति का लाभ भी शीघ्र अति शीघ्र विद्यार्थियों को प्रदान करें, ऐसा करने से हजारों गरीब मध्यम वर्ग के प्रतिभावान विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा पाने का अवसर मिल पाएगा। ज्ञापन देते समय नगर सहमंत्री काजल बस्तवार (Kajal Bastwar), निशांत मेहरा (Nishant Mehra), सविता केवट (Savita Kevat), नीरज प्रजापति (Neeraj Prajapati), पीयूष शुक्ला (Piyush Shukla), अतीश परमार (Atish Parmar), साक्षी कोरी (Sakshi Kori), पंकज केवट (Pankaj Kevat), बुशरा बी (Bushra B), वंशिका (Vanshika), राहुल (Rahul) आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।