इटारसी। भारतीय किसान संघ तहसील इटारसी ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार हीरू कुमरे को सौंपा है। भारतीय किसान संघ के तहसील प्रचार प्रमुख नरेन्द्र गौर ने बताया कि किसानों को मूंग के बंपर पैदावार की आशा है और किसान यह भी आशा लगा रहे है कि शासन समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी करेगा।
किसानों ने भीषण गर्मी में दिन रात कड़ी मेहनत करके मूंग का उत्पादन करने की ओर अग्रसर है। अगर इस वर्ष समर्थन मूल्य पर 16 क्विंटल प्रति हैक्टेयर मूंग का उपार्जन नहीं किया तो किसान आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान होगा, देश का किसान संपन्न होगा तो राष्ट्र भी संपन्नता की ओर अग्रसर रहेगा। आज भारतीय किसान संघ ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर खरीदी करनें की मांग की है।
अगर खरीदी नहीं की तो लागत भी नहीं निकलेगी
भारतीय किसान संघ के जिला सहमंत्री रजत दुबे ने बताया कि 60 दिन के मूंग की फसल में बोबनी, बखरनी, निंदाई, दवाई मिलाकर 12-15 हजार रुपए प्रति एकड़ की लागत लगती है। अगर समर्थन मूल्य पर खरीदी की घोषणा नहीं की तो मंडियों में किसानों द्वारा उत्पादित मूंग 4000-4500 रुपए प्रति क्विंटल बिकेगी, जिससे किसानों की लागत भी नहीं निकल पाएगी। कृषि विभाग मूंग खरीदी नहीं करने का यह तर्क देता है कि किसान मूंग में भारी कीटनाशक अथवा सफाया जैसी जहरीली दवाओं का प्रयोग करता है, लेकिन सरकार ऐसे कीटनाशकों या दवाओं पर प्रतिबंध नहीं लगाती है। सरकार शीघ्र ही इस वर्ष की उत्पादित मूंग का समर्थन मूल्य पर उपार्जन कराए।
ज्ञापन देते समय भारतीय किसान संघ के संभागीय सदस्य श्रीराम दुबे, जिला सहमंत्री रजत दुबे, जिला सदस्य मोरसिंह राजपूत, तहसील मंत्री सुभाष साध, राजेश साध, जगदीश कुशवाहा, सरदार यादव, ओपी महालहा, नरेन्द्र गौर, हरीश वर्मा, शिवकुमार पटैल, राजू तोमर, कमल गालर, राजकुमार चौरे, महेश तिवारी, भोलाराम चौरे,लक्ष्मण यादव, रामनरेश पटैल, पिंटू चौधरी, युवराज चौरे, लाला चौधरी, हर्ष लौवंशी, ललित कुशवाहा,आशीष वर्मा, सुनील महालहा, विनय पटैल, ब्रजभूषण चौरे, विपिन महालहा, राजकुमार चौरे आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।