नर्मदापुरम पत्रकार संघ एवं मानसरोवर साहित्य समिति ने दी डॉ. निगम को श्रद्धांजलि

Post by: Rohit Nage

डॉ निगम का जाना विश्व के साहित्यिक जगत और हमारे परिवार के लिए व्यक्तिगत क्षति : विधायक डॉ शर्मा
इटारसी।
नर्मदापुरम पत्रकार संघ (Narmadapuram Journalist Association) के तत्वावधान में मानसरोवर साहित्य समिति (Mansarovar Literary Society) द्वारा गुरुवार को स्थानीय श्री प्रेमशंकर दुबे स्मृति पत्रकार भवन (Shri Premshankar Dubey Smriti Patrakar Bhawan) में नव गीतकार डॉ. विनोद निगम (Dr. Vinod Nigam)को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए विधायक डॉ सीतासरन शर्मा (Dr. Sitasaran Sharma) ने कहा कि विनोद निगम का संपूर्ण जीवन मित्रों के लिए समर्पित रहा। अपने अंतिम क्षणों में भी उन्होंने मित्रों के साथ समय बिताया। स्व. निगम का देहावसान नर्मदापुरम (Narmadapuram) जिले के साथ संपूर्ण विश्व के साहित्यिक जगत एवं उनके परिवार के लिए व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति है।

कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार, चिंतक, उपन्यासकार एवं कवि अशोक जमनानी ( Ashok Jamnani) ने विनोद निगम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बरगद के पेड़ों को हम भविष्य में नहीं देख पाएंगे वे एक के बाद एक अपनी उम्र पूरी होने पर समाप्त हो रहे हैं। ऐसे ही एक बरगद थे, स्वर्गीय विनोद निगम। वह भीड़ के नहीं जनमानस के कवि थे। वे पैसे के लिए कविता नहीं करते थे, समाज के लिए कविता करते थे। उन्होंने कहा कि अवध में जन्म लेने के बाद भी स्वर्गीय डॉक्टर विनोद निगम ने अपने जीवन का अंतिम समय और अंतिम सांस नर्मदा किनारे निकले वह कविता में लिख कर गए।

श्री जमनानी ने कहा कि मां नर्मदा उनके मन में बसी थी। पूरा जीवन उन्होंने नर्मदा किनारे व्यतीत किया और सच्चे साहित्य साधक का जीवन उन्होंने जिया। संचालन कर रहे वरिष्ठ पत्रकार एवं नर्मदापुरम पत्रकार संघ के अध्यक्ष प्रमोद पगारे ने कहा कि स्व निगम की याद में एक विशेष कवि गोष्ठी कराई जाएगी, जिसमें ख्यातिकार गीतकारों से काव्यपाठ कराया जाएगा। पगारे ने स्व विपिन जोशी के गीत की कविता बोलकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साहित्यकार कवि विनोद कुशवाह ने भी स्व निगम के जीवन के अंश सुनाए एवं उनके गीतों को दोहराया। विनोद कुशवाहा ने स्वर्गीय विनोद निगम के साथ व्यतीत कई दृष्टांत सुनाएं और कहा कि विनोद निगम का जाना ना केवल नर्मदापुरम ना केवल मध्य प्रदेश अपितु पूरे देश की साहित्य जगत में एक बड़ी क्षति है।

उन्होंने कहा कि उनके जीवन के अंतिम समय में एक माह में चार बार उनसे मुलाकात हुई और उनका अंतिम काव्य गोष्ठी का समारोह जो नर्मदापुरम में हुआ था उसमें भी वे शामिल हुए थे। विनोद निगम अद्भुत प्रतिभा के धनी थे। उनकी कमी को हम कभी पूरा नहीं कर पाएंगे। नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे ने भी अपने संबोधन से स्व निगम के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किये। कार्यक्रम के अंत में सभी ने स्व निगम के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर मौन धारण करके श्रद्धांजलि दी।

इस दौरान मप्र तैराकी संघ के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता पीयूष शर्मा, नपा उपाध्यक्ष निर्मल सिंह राजपूत, वरिष्ठ साहित्यकार एवं लेखक मिलिंद रोंघे, मंडल अध्यक्ष जोगिंदर सिंह, समाजसेवी सुधीर गोठी, पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष जयकिशोर चौधरी सहित काव्य ओर साहित्य जगत की विभिन्न हस्तियां, पत्रकार एवं नागरिक उपस्थित रहे। श्रद्धांजलि सभा में आभार प्रदर्शन मानसरोवर साहित्य संस्था के अध्यक्ष राजेश दुबे ने किया।

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