भोपाल, 25 सितंबर (हि.स.) Agriculture News. मध्यप्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सोयाबीन की खरीदी के लिए आज (बुधवार) से पंजीयन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। प्रदेश के किसान अपनी उपज बेचने के लिए 15 अक्टूबर 2024 तक पंजीयन करा सकेंगे। इसके बाद 25 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2024 तक राज्यभर में खरीदी प्रक्रिया चलेगी।
यह खरीदी राज्य के विभिन्न जिलों में स्थापित किए गए केंद्रों पर होगी, जहां नेफेड और एनसीसीएफ जैसी केंद्रीय संस्थाएं मार्कफेड के माध्यम से खरीदारी करेंगी। वित्तीय वर्ष 2024-25 में सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 4892 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
सरकार ने यह फैसला किया है कि एक किसान से उसकी कुल उपज का 40 फीसदी तक ही सोयाबीन खरीदा जाएगा। इसका मतलब है कि किसान अपनी उपज का एक निर्धारित हिस्सा ही एमएसपी पर बेच सकेंगे। राज्य में खरीदी केंद्रों की स्थापना जिला स्तर पर होगी, जहां किसानों से उनकी उपज की खरीदी की जाएगी। खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार की ‘पीएसएस’ के अंतर्गत ‘फेयर एवरेज क्वालिटी’ (FAQ) मानकों का पालन किया जाएगा।
न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे होगा?
सोयाबीन की एसएसपी पर खरीदी के लिए पंजीयन करवाने के लिए किसानों को कुछ जरूरी दस्तावेज रखने होंगे। इनमें आधार कार्ड और बैंक पासबुक शामिल हैं। इन दस्तावेजों के साथ, किसान नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या एमपी ऑनलाइन सेंटर पर जाकर अपना पंजीयन करवा सकते हैं। पंजीयन के दौरान किसान को आधार नंबर और बैंक खाते की जानकारी देनी होगी। जैसे ही आधार नंबर दर्ज किया जाएगा, किसान के मोबाइल पर ओटीपी आएगा, जिसे दर्ज करने पर उनकी खेती और फसल से जुड़ी जानकारी पोर्टल पर दिखाई देगी।
सोयाबीन के की दाम बढ़ाने की मांग
प्रदेशर में किसान सोयाबीन फसल के भाव को बढ़ाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। किसान सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि अचानक हुई बारिश से किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। किसानों को काफ़ी नुकसान हुआ है। हमारा जीवन खेती पर ही निर्भर है। सोयाबीन की फसल के भाव इस बार 6 हजार के पार की जाए।