होशंगाबाद। जिले में ग्रीष्मकालीन मूंग पंजीयन, वास्तविक रकबा सत्यापन के लिए सर्वे दल गठित किए गए हैं। उप संचालक कृषि जितेंद्र सिंह (Deputy Director Agriculture Jitendra Singh) ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार वास्तविक ग्रीष्मकालीन मूंग बोने वाले किसान का ही खरीदी के लिए पंजीयन एवं जितने रकबे में किसानों द्वारा ग्रीष्मकालीन मूंग (summer moong) की बोनी की गई है,उतने रकबे का ही पंजीयन हो, इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। जिले में आज दिनांक तक 50 हजार से ज्यादा किसानों के पंजीयन हो चुके है। शासन के निर्देशानुसार पंजीयन का कार्य 16 जून तक किये जाएंगे।
शासन के निर्देशानुसार पंजीकृत रकबे का सत्यापन राजस्व विभाग के पटवारी एवं कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा पंचायत सचिव के साथ ग्रामवार, किसानवार, खसरावार फील्ड में जाकर वास्तविक रकबे का सत्यापन करने तथा संयुक्त हस्ताक्षरित सत्यापन रिपोर्ट ग्राम पंचायतों में चस्पा करने के निर्देश दिया गए हैं। उल्लेखनीय है कि सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में संयुक्त टीम गठित कर सत्यापन का कार्य कराया जा रहा है। किसानों के वास्तविक रकबे का ही सत्यापन हो ,यह एसडीएम की अध्यक्षता में सब डिवीजन स्तरीय समिति द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।
उपसंचालक कृषि जितेंद्र सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार ग्रीष्मकालीन मूंग के पंजीकृत किसानों को उनकी पात्रतानुसार अथवा अधिकतम एक दिवस में 40 क्विंटल तक उपार्जन मात्रा के एस.एम.एस. उपार्जन हेतु किये जायेंगे एवं उपार्जन के शुरूआत में लघु एवं सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी। किसान की शेष मात्रा का एसएमएस संबंधित उपार्जन केंद्र में संलग्न ग्रीष्मकालीन मूंग के पंजीकृत किसानो को एक बार एसएमएस प्रेषित हो जाने के पश्चात् ही प्रेषित किये जायेंगे। उन्होने बताया कि शासन के निर्देशानुसार समस्त मूंग उपार्जन केंद्र गोदाम स्तर पर ही खोले जायेंगे। जिला उपार्जन समिति द्वारा किसान भाईयो से अनुरोध किया गया है कि कोविड-19 का प्रोटोकॉल (मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखना) का पालन करते हुये पंजीयन केंद्र पर जाएं और अपना पंजीयन कराएं।