- बदहाल ट्रैफिक की चुनौती, यातायात पुलिस नहीं लेती रुचि
इटारसी। शहर की ट्रैफिक (Traffic) व्यवस्था चुनौती बनी हुई है। एक तो सूरजगंज क्षेत्र में सूरजगंज चौराह (Surajganj Square) से सोनासांवरी नाका (Sonasaanwari Naka) तक का ट्रैफिक दिन में कई-कई बार जाम होता है, तो दिन में भारी वाहनों का प्रवेश कभी बंद नहीं होता। पुलिस (Police) ने केवल भारी वाहनों का प्रवेश का वक्त मुकर्रर करके सूचना लगा दी, इस पर अमल कराने की जिम्मेदारी कभी नहीं निभाई।
ट्रैफिक अमला चालान करके समनशुल्क वसूली को ही अपनी ड्यूटी मानकर कर्तव्य की इतिश्री कर लेता है। अब एक नयी समस्या उत्पन्न होने लगी है, ट्रकों में और ऐसे ही लोडिंग वाहनों (Loading Vehicles) में भरे सामान की ऊंचाई का कोई मापदंड नहीं होना। इससे सड़कों को क्रास करने वाली बिजली, टेलीफोन (Telephone) और केबल आपरेटर की केबल जब तक टूटकर गिरती हैं। एक सप्ताह में तीन बार ऐसी घटना लक्कडग़ंज (Lakkadganj) क्षेत्र में बचपन स्कूल (Bachpan School) के सामने हो चुकी है। आज फिर ऐसी घटना हुई, कि एक ट्रक जो निश्चित ऊंचाई से अधिक भरा था और यहां से निकला तो केबल तोड़ गया।
बहुत देर तक यहां इंटरनेट (Internet) भी बंद रहा और केबल टीवी भी बंद रही। जब तक बाहर आते ट्रक चालक जा चुका था। चामुंडा चौराहे और आसपास के कुछ प्रतिष्ठानों पर भारी वाहनों की आवाजाही होती है, जो निश्चित ऊंचाई से अधिक भरे होते हैं और ये वाहन ही परेशानी का सबब बन रहे हैं। ट्रैफिक अमला परंपरागत स्थानों पर खड़े होकर अपनी ड्यूटी करता है। उनको भैरव बाबा मंदिर धौंखेड़ा तिराहा (Bhairav Baba Temple Dhaunkheda Tiraha), ओवरब्रिज तिराहा (Overbridge Tiraha), पुलिस थाने (Police Station) के सामने और ग्वालबाबा (Gwalbaba) के पास वर्षों से ड्यूटी करते देखा जा रहा है।
कभी शहर की भीतरी इलाकों की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और व्यापारियों को सहयोग करने जैसी कोई मुहिम ट्रैफिक पुलिस ने आज तक नहीं चलायी। केवल सूचना लिख देने से यदि समस्याएं सुलझ जातीं तो पुलिस विभाग की जरूरत ही नहीं होती। ट्रैफिक पुलिस को चाहिए कि इस ओर भी ध्यान दें।
इनका कहना है…
जिनके यहां इस तरह के भारी और ओवरलोडेड वाहन आते हैं, उनकी जल्द ही बैठक लेकर समझाईश दी जाएगी, यदि फिर भी सुधार नहीं होता है तो कार्रवाई की जाएगी।
गौरव सिंह बुंदेला, टीआई इटारसी