नज्म : तुम आओ क़रीब हमारे…

Post by: Manju Thakur

तुम आओ
क़रीब हमारे
और
मुस्कुरा दो
तो …
इससे अच्छा
क्या होगा
नज़ारा कोई ?

हम कह दें
अपना हर ग़म
तुम थाम लो
धीरे से
हाथ हमारा
तो …
इससे ज्यादा
क्या सुकून देगा कोई ?

काग़ज़ पर
लिख कर
न हो इज़हार
बस लिख दो
हमारी हथेली पर
तुम नाम अपना
तो …
इससे अच्छा
क्या होगा
सफ़हा कोई ?

अहद – ए – वफ़ा कर
जिन्दगी की
हर कश्मकश को
ख़त्म कर दो तुम
तो …
हमसे ज्यादा
मुतमइन न होगा कोई .

aditi tandan jpg
  • अदिति टंडन
    आगरा ( उ प्र ) .

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