कवियों ने ओज, हास्य, व्यंग्य की कविता प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी

Post by: Poonam Soni

होशंगाबाद। नर्मदा आव्हान सेवा समिति होशंगाबाद द्वारा कवि समागम (Kavi samagam) और सम्मान समारोह (Samman Samaroh) मे वरिष्ठ कवि जगदीश प्रसाद सारस्वत, कौशल सक्सेना, श्याम शर्मा, स्मिता रिछारिया के अतिथिय मे एंव सम्पन्न हुआ। जिसमें देश के विभिन्न अंचलों से आंमत्रित कवियों ने ओज, हास्य, व्यंग्य की कविता प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। होशंगाबाद की रक्षा पुरोहित की सुमधुर कोकिलकंठी स्वर के साथ सरस्वती वंदना से कवि सम्मेलन शुभारंभ हुआ। आतिथिओ का स्वागत केप्टीन करैया, हंस राय, प्रमोद रघुवंशी, जयकृष्ण चांडक, अमित बिल्लोरे, ने किया स्वागत भाषण किशोर करैया ने किया। प्रथम सत्र मे प्रदेश से जगदीश सारस्वत, दिनेश याज्ञनिक, मुकेश शांडिल्य, डाँ सतीश समी, रतन सिंह कीर, अरुण गढवाल, हरिश पांडे, प्रमोद रघुवंशी सहित अनेक कवियों ने एक से बढकर एक प्रस्तुति दी।

द्वितीय सत्र मे मुख्यातिथि पं. भवानी शंकर शर्मा (Pt. Bhavani Shankar Sharma) ने कहां निरंतर साहित्यिक आयोजन के लिये केप्टीन करैया को बधाई देते हुए कहा की कवि समागम आयोजन बडा महत्वपूर्ण एंव सरस कार्यक्रम है। साहित्यिकारो यही दायित्व है कि समाज की विपताओ ओर विषमता के प्रति अपनी लेखनी से प्रहार करते हुए समाज में समरसता, प्रेम ओर शांति का संदेश प्रदान करते रहें। अथितियों मे वरिष्ठ कवि राजेंद्र सहारिया नेआयोजन की सराहना करते हुए कहा की इस सांघातिक ओर संकटग्रस्त भयावह समय मे ऐसे आयोजन समाज की बेहतरी के लिए संजीवनी का काम करते है। रामकिशोर नाविक ने कहा की करैया विगत वर्षों से नर्मदा आव्हान समिति के माध्यम से साहित्यिक कर नर्मदांचल मे जनचेतना का संचार कर रहे है। विशेष रुप से नये कवियों को प्रोत्साहित कर सराहनीय पहल कर रहे है।

कौशल सक्सेना ने अपने अध्यक्षीय भाषण मे नर्मदा आव्हान सेवा समिति म.प्र.मे साहित्यिक क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्यकर रही म.प्र.के कई शहरों निशुल्क कवि समागम करके गौरव हासिल किया है। मै समिति के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। इस अवसर नर्मदा आव्हान सेवा समिति (Narmada seva samiti) व्दारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया गया।
आभार प्रर्दशन समिति के हंस राय ने किया।

Leave a Comment

error: Content is protected !!