इटारसी। नीमवाड़ा में दो दिनों पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) का पुतला दहन करने पर पुलिस ने जिन आधा दर्जन कांग्रेसियों पर मामला दर्ज किया है, उनके खिलाफ अब शासकीय काम में बाधा डालने की धारा 353 आईपीसी भी बढ़ा दी है।
जानकारी के अनुसार युकां नेता अर्जुन भोला (Arjun Bhola), एनएसयूआई विस अध्यक्ष गोल्डी बैस (NSUI Vis President Goldie Bais), एनएसयूआई प्रदेश महासचिव प्रतीक मालवीय (NSUI state general secretary Prateek Malaviya), मयंक चौरे, अर्चित नामदेव एवं संजय मेहरा के खिलाफ धाराएं बढ़ाई हैं। इन कार्यकर्ताओं को पुतला दहन के दौरान ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। थाने ले जाकर इनके खिलाफ धारा 341 आईपीसी का मामला दर्ज कर आरोपितों को मुचलके पर रिहा कर दिया था, लेकिन अब गैर जमानती धारा भी लगाई है। आज सोशल मीडिया पर यह मामला सुर्खियों में रहा। कांग्रेसियों ने सोशल मीडिया ग्रुप में पुलिस थाने की फोटो पर भाजपा कार्यालय का पोस्टर बनाकर पोस्ट किया। कांग्रेसियों पर हुई कार्रवाई को सत्ता के दबाव में हुई कार्रवाई बताते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए।
पुतला दहन की राजनीति का एक पन्ना उस वक्त भी लिखा गया था, जब कांग्रेस सत्ता में थी और भाजपा कार्यकर्ताओं पर जब्त पुतला छीनकर जलाने के आरोप में पूर्व पार्षद राकेश जाधव, अभिषेक कनौजिया, बेअंत सिंह एवं अभिषेक तिवारी पर भी पुलिस ने मामला पंजीबद्ध किया था। सत्ता परिवर्तन के साथ ही अब कांग्रेस नेता पुलिस के निशाने पर आ गए। बता दें कि मप्र में बढ़ते महिला अपराधों एवं एक भाजपा मंडल अध्यक्ष का नाम सामूहिक दुष्कर्म की घटना में आने के मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुतला दहन किया था।