नर्मदापुरम। जिले में खाद्य पदार्थों में मिलावट के प्रति प्रभावी कार्रवाई के साथ जन जागरूकता अभियान भी चलाने कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि खाद्य प्रतिष्ठानों का सतत निरीक्षण एवं सैंपलिंग की कार्यवाही खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा की जाए। एसडीएम, तहसीलदार सहित अधिकारियों का संयुक्त जांच दल गठित कर उन्हें विस्तृत प्रशिक्षण भी दिया जाए।
कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना (Collector Ms. Sonia Meena) ने कलेक्ट्रेट (Collectorate) सभाकक्ष नर्मदापुरम (Narmadapuram) में आयोजित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की मीटिंग में संबंधित अधिकारियों को ये निर्देश दिए हैं। बैठक में अपर कलेक्टर डीके सिंह (DK Singh), पुलिस अधीक्षक प्रतिनिधि डीएसपी सुश्री नीलम चौधरी (DSP Ms. Neelam Chaudhary), समस्त अनुविभागीय दंडाधिकारी, सचिव मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं अभिहित अधिकारी डॉ दिनेश देहलवार (Dr. Dinesh Dehalwar), सदस्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी श्रीमती ज्योति जैन सिंघई (Mrs. Jyoti Jain Singhai), कृषि अधिकारी जेआर हेडाऊ (JR Hedau), महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र नर्मदापुरम कैलाश माल ( Kailash Mal), महिला बाल विकास अधिकारी ललित डहेरिया (Lalit Daheria), जिला शिक्षा अधिकारी एसपी सिंह बिसेन (SP Singh Bisen), खाद्य सुरक्षा पोषण एवं खाद्य व्यवसाय से संबंधित प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी जितेंद्र सिंह राणा (Jitendra Singh Rana) ने विगत एक वर्ष में किए कार्यों की जानकारी में बताया कि जिले में 6435 खाद्य व्यवसायी रजिस्टर्ड हैं, विभाग ने 233 नमूने लिए जिनमें से अमानक नमूना पाए जाने पर संबंधित खाद्य व्यवसाय के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्यवाही की गयी है। साथ ही विभाग द्वारा सतत रूप से औचक निरीक्षण एवं नमूना कार्यवाही जारी है। कलेक्टर नर्मदापुरम सुश्री मीना ने मिलावट करने वालों पर अनुविभागीय दंडाधिकारी के साथ संयुक्त दल में प्रभावी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। साथ ही जनजागरूकता कार्यक्रम द्वारा मिलावट के संबंध में स्कूली छात्र-छात्राओं एवं आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिए।