इटारसी। अंतर्राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता व्यास पीठाधीश्वर जगद्गुरु विदेह महाराज मुंबई (Mumbai) गुरु पूर्णिमा महोत्सव के लिए पांच दिवसीय प्रवास पर इटारसी (Itarsi) पहुंचे। इस दौरान जगदगुरु विदेह महाराज (Videha Maharaj) ने गुरु पूर्णिमा का महत्व बताते हुए कहा कि पूर्णिमा का मतलब पूर्ण मां होता है। अगर माता पिता जीवित है, तो पहले माता पिता का पूजन किया जाता है, इसके बाद दूसरे स्थान गुरु का स्थान आता है।
विधाता के द्वारा जिस व्यक्ति के जीवन में दुख लिखा हो तो उसको सुखी जीवन के लिए केवल भोलेनाथ (Bholenath) और दूसरा गुरु ही दूर कर सकता है। इसलिए जीवन का गुरु का महत्व है जिसके जीवन में गुरु नहीं है। उसकी गति बहुत बुरी होती है, मृत्यु के बाद यमराज (Yamraj) भी गति प्रदान नहीं करता है।
इस उसके मृत्यु उपरांत भी कष्ट मिलता है, इसलिए जीवन में गुरु का होना आवश्यक है। गुरु पूर्णिमा के पर्व पर व्यास पीठाधीश्वर जगद्गुरु विदेह महाराज ने इटारसी सहित आसपास के क्षेत्रों के शिष्यों के लिए सुखी जीवन की कामना की।