इटारसी। नगर पालिका परिषद (Municipal Council) के तत्वावधान में चल रहे श्रीराम लीला (Shri Ram Leela) एवं दशहरा महोत्सव के तहत गांधी मैदान (Gandhi Maidan) में रानी कैकई और मंथरा संवाद, श्रीराम को वनवास का मंचन किया गया। इसी तरह वीर सावरकर दशहरा मैदान (Veer Savarkar Dussehra Maidan) पुरानी इटारसी (Old Itarsi) में चल रहे मंचन के तहत पहले देवल मंदिर ((Deval Mandir)) से भगवान की बारात निकाली गई।
श्रीराम बारात में भगवान का तिलक करके स्वागत किया गया। बारात श्री देवल मंदिर से निकलकर प्रमुख मार्ग से होती हुई वीर सावरकर दशहरा मैदान पर संपन्न हुई। यहां श्रीराम विवाह का मंचन किया गया। राम बारात में पुरानी इटारसीवासी बैंडबाजे की धुन पर खूब थिरके और खूब आतिशबाजी की गई। श्रीराम बारात में नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, सीएमओ रितु मेहरा, उपाध्यक्ष निर्मल सिंह राजपूत, पार्षद जिमी कैथवास, पार्षद प्रतिनिधि रमेश धूरिया, पार्षद ज्योति राजकुमार बाबरिया, पार्षद प्रतिनिधि राजकुमार बाबरिया, भाजपा मंडल अध्यक्ष मयंक मेहतो, महामंत्री गोविंद मेहतो, रौनक मालवीय, बसंत चौहान सहित अन्य मौजूद रहे।
इसी तरह गांधी मैदान पर आयोजित रामलीला में पहले कैकई और मंथरा के बीच संवाद के बाद कैकई का कोप भवन में जाना और महाराज दशरथ से श्रीराम को चौदह वर्ष का वनवास और अपने पुत्र भरत को अयोध्या की राजगद्दी मांगना, श्रीराम का माता-पिता की आज्ञा से वन गमन का मंचन किया गया। श्रीराम के साथ माता सीता और भ्राता लक्ष्मण भी वन को जाते हैं। वनगमन के दौरान निषादराज और श्रीराम का मिलन, सुमंत का श्रीराम को नगर की सीमा तक छोड़कर वापस आने तक का मंचन किया गया।