नजरपुर मुरम खदानों से निकले डंपरों से सड़कें हो रहीं बेहाल

Post by: Rohit Nage

Roads are in trouble due to dumpers coming out of Nazarpur Muram mines.
  • – ग्राम पंचायत ने एसडीएम कार्यालय में दिया कार्रवाई के लिए पत्र
  • – एसडीएम ने कहा, मामले में जांच कराके उचित कार्रवाई करेंगे

इटारसी। ग्राम पंचायत नजरपुर में मुरम का अवैध उत्खनन जोरों पर है। पता चला है कि जो लोग अवैध उत्खनन रोकने के लिए एकजुट होने का पिछले दिनों दावा कर रहे थे, उन्हीं में से कुछ लोग अवैध उत्खनन के धंधे में लिप्त हैं। मुरम के भारी-भरकम डंपर निकलने से नजरपुर की सीसी रोड क्रेक होने लगी हैं, और कई अन्य रोडों को भी नुकसान हो रहा है। अवैध उत्खनन से सरकार को राजस्व की हानि हो रही है। ग्राम पंचायत पीपलढाना अंतर्गत आने वाले इस गांव में अवैध उत्खनन की शिकायत आज एसडीएम के पास की गई है।

सतपुड़ा के जंगलों में बसे गांवों में लाल सोना, यानी मुरम का अवैध उत्खनन जोरों पर है। हर रोज सैंकड़ों डंपर मुरम नजरपुर खदान से अवैध उत्खनन करके निकाले जा रहे हैं। खनन माफिया लाखों की मुरम अवैध तरीके से निकालकर वन भूमि और शासकीय भूमि से दोहन कर रहे हैं। खनिज अधिकारी इस मामले में कभी कार्रवाई या छापामारी नहीं करते हैं, इस वजह से खनिज माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं।

दस वर्ष पूर्व हुई थी छापामारी

खनिज विभाग के अधिकारी जानकारी के बावजूद अनभिज्ञ रहकर सांठगांठ का संदेह पैदा कर रहे हैं। लंबे समय से खनिज विभाग का कोई अधिकारी इन खदानों पर जानकारी लेने नहीं पहुंचा है जबकि इटारसी का कमल नामक खनन माफिया यहां भूमि को खोखला कर रहा है, यह एक ऐसे संगठन का पदाधिकारी भी है जो अवैध उत्खनन को रोकने के लिए बनाया गया संगठन होने का दावा करता है। दस वर्ष पूर्व यहां तत्कालीन एसडीएम षणमुखप्रिया मिश्रा ने छापामार कार्रवाई की थी। इसके बाद से उनकी तरह की कोई कार्रवाई आज तक नहीं होने से खनन माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं।

आदिवासी ब्लाक के कई गांवों से खनन

खनन माफियाओं व सरकारी अधिकारियों का कथित गठबंधन होने से आदिवासी गांवों से खनिज संपदा का दोहन खुलेआम किया जा रहा है। आदिवासी ब्लॉक केसला के कई गांवों से खनन का काला खेल चल रहा है। रात के अंधेरे में जेसीबी धरती की छाती का छलनी करती है और डंपर भूमि को रौंंदते हुए चले जाते हैं। अवैध खनन का ये सांठगांठ का कारोबार इटारसी के खनन माफिया कर रहे हैं। खनन माफिया इतनी बेरहमी से जमीन खोद रहे हैं कि उन्होंने खदानों को 20 से 22 फीट गहरा कर दिया है। गांव की सीमा तक खनन कर दिया है। जिससे ग्रामीणों को आवाजाही करने में मुश्किल हो रही है।

पंचायत ने की है शिकायत

ग्राम पंचायत पीपलढाना अंतर्गत आने वाले नजरपुर में मुरम खदान से वगैर रॉयल्टी के मुरम खनन और परिवहन की शिकायत पंचायत ने आज एसडीएम कार्यालय में की है। आवेदन में शिकायत की है कि इससे ग्राम पीपलढाना के आबादी मार्ग क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। सरपंच लक्ष्मी ठाकुर और सचिव मनीष राजपूत ने कहा कि आबादी मार्ग जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। भारी डंपर निकलने से एक नये सीसी रोड में दरारें आ गयी हैं। पंचायत ने पंचनामा तैयार करके एसडीएम दफ्तर में देकर मांग की है कि वगैर रॉयल्टी खनन और अवैध परिवहन पर रोक लगायी जाए।

इनका कहना है….

  • अभी तक हमारे पास आवेदन नहीं पहुंचा है। आवेदन मिलते ही तत्काल जांच कराके उचित कार्रवाई की जाएगी।

टी प्रतीक राव, एसडीएम

  • नजरपुर में खदान का आवंटन तो है, लेकिन यदि अवैध उत्खनन जैसी शिकायतें हैं तो हम इसकी जांच करा लेते हैं। यदि सही पायी गई तो कार्रवाई की जाएगी।

दिवेश मरकाम, जिला खनिज अधिकारी

  • भारी भरकम डंपर निकलने से हमारे पंचायत क्षेत्र की सड़कें खराब हो रही हैं, हमने पंचनामा तैयार करके एक आवेदन एसडीएम कार्यालय में दिया है।

मनीष राजपूत, सचिव ग्राम पंचायत पीपलढाना

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