इटारसी। सनाढ्य ब्राह्मण सभा (Sanadhya Brahmin Sabha) के पदाधिकारियों ने दीपावली (Diwali) की बिक्री के बाद बची लक्ष्मी-गणेश (Lakshmi-Ganesh) की मूर्तियों को मैदान में ही फैककर जाने पर नाराजी व्यक्त करते हुए उन मूर्तियों का मेहरागांव (Mehrgaon) की नदी (Nadi) में ले जाकर विसर्जन किया।
संगठन के राजकुमार दुबे (Rajkumar Dubey), जुगल किशोर शर्मा (Jugal Kishore Sharma), सीके शर्मा (CK Sharma), अनिरुद्ध चंसौरिया (Anirudh Chansauria), प्रशांत चौबे (Prashant Chaubey), महेंद्र पचौरी (Mahendra Pachauri), राजेश तिवारी (Rajesh Tiwari) ने गांधी मैदान (Gandhi Maidan) में लावारिस एवं खंडित पड़ी देवी देवताओं की मूर्तियों को एकत्र कर मेहरागांव की नदी में विसर्जित किया। प्रवक्ता दिलीप शर्मा ने बताया कि दीपावली पर्व के अवसर पर गांधी मैदान में धन की देवी लक्ष्मी की मूर्तियों के विक्रय का बाजार लगता है।
मूर्ति विक्रेता बाजार समाप्त होने पर बिकने से बची रही मूर्तियों एवं खंडित मूर्तियों को लावारिस हालत में गांधी मैदान में पटक कर चले जाते हैं जिससे सनातन धर्म अन्य धर्म के धर्मालंबियों की नजरों में उपहास का केंद्र बनता है। इस विषम परिस्थिति से बचने के लिए सनाढ्य ब्राह्मण सभा के पदाधिकारियों ने इन मूर्तियों के विसर्जन का कारगर कदम उठाया। सभा के सदस्य निकट भविष्य में नगर पालिका अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी से भेंट कर समस्या के समाधान का सुझाव देंगे।