इटारसी। बुधवार को दोपहर एक करीब डेढ़ वर्ष के बच्चा ईश्वर की कृपा से ही बच गया। घटना नई गरीबी लाइन(New Garibi Line) में हनुमान मंदिर(Hanuman mandir) के पास सुबह करीब साढ़े दस बजे के आसपास हुई। जब बच्चा अपने घर के सामने खेलते हुए अचानक नाले में जा गिरा और बारिश के पानी से लबालब नाले के तेज बहाव में बह निकला। करीब तीन सौ मीटर बहने के बाद एक पुलिया में फंसा तो आसपास के लोगों की नजर पड़ी और उसे तत्काल निकालकर अस्पताल पहुंचाया, उपचार के बाद उसकी हालत में सुधार है।
वाकया इस प्रकार बताया जाता है कि नई गरीबी लाइन में हनुमान मंदिर(Hanuman mandir) के पास रहने वाला बच्चा सम्राट पिता अर्जुन केवट डेढ़ वर्ष, अपने घर से खेलते-खेलते बाहर आया और अनियंत्रित होकर घर के आंगन से सटे नाले में जा गिरा। रात में हुई तेज बारिश का पानी 18 बंगला मैदान से होकर तेज बहाव के साथ नई गरीबी लाइन होकर रेलवे लाइन(Railway Line) के बड़े नाले में जा रहा था। बच्चा उसी तेज बहाव के साथ बह निकला और दो सड़कों की करीब बीस-बीस चौड़ी पुलिया के भीतर से बहते हुए तीसरी पुलिया में जाकर फंस गया। इस दौरान आसपास खेल रहे बच्चों की नजर भी उस पर पड़ी। लेकिनए बच्चे का सिर पानी के भीतर था और बाहर केवल पैर दिख रहे थे। तो बच्चों ने उसे खिलौने वाला गुड्डा समझकर ध्यान नहीं दिया। इस दौरान कमल कुचबंदिया का ध्यान गया और उन्होंने तत्काल उसे निकाला और पेट का पानी निकाला। कमल और उसके भाई सुरेश ने बिना देर किये। बाइक पर उसे ले जाकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के बाद उसकी हालत में सुधार है। प्रत्यक्षदर्शी संदीप यादव के अनुसार बच्चा करीब तीन सौ मीटर बहकर पुलिया में नहीं फंसता तो तेज बहाव में बह जाता। चिकित्सकों के अनुसार कुछ और देर हो जाती तो बच्चे को बचाना मुश्किल था। लेकिन कहा जाता है न कि जाको राखे साईंया मार सके न कोये। बच्चे को बचाने दो भाई ईश्वर का प्रतिनिधि बनकर आये और उसकी जान बचा ली।