इटारसी। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) मेला खत्म हुए पूरा एक सप्ताह हो गया है, लेकिन आयोजकों ने उस कचरे को यहां से साफ कराना उचित नहीं समझा जो दुकानदार, मेले में आने वाले तमाशबीन और आस्था लेकर आए श्रद्धालु छोड़ गये हैं। आज इस कचरे को साफ करने महर्षि दयानंद गुरुकुल आश्रम (Maharishi Dayanand Gurukul Ashram) के नन्हे-मुन्ने पहुंचे और अपने आचार्य सत्यप्रिय (Acharya Satyapriya) के मार्गदर्शन में यहां सफाई की।
तिलक सिंदूर मंदिर (Tilak Sindoor Temple) प्रांगण में महर्षि दयानंद गुरुकुल आश्रम के विद्यार्थियों ने आश्रम के आचार्य सत्यप्रिय एवं सचिव बालकृष्ण मालवीय ( Balkrishna Malviya) के मार्गदर्शन साफ सफाई की। महाशिवरात्रि के तीन दिवसीय मेले में यहां पर बहुत सारे तीर्थ यात्री, पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं, ढेर सारा कचरा छोड़ जाते हैं। मेला शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद प्रशासन और मेला आयोजक भी चैन की सांस लेकर इस जगह की तरफ पलटकर भी नहीं देखते। आज नौनिहालों ने प्लास्टिक, नारियल की मुंज, पॉलिथिन, रेपर, पत्तल दोने आदि का कचरा साफ किया।
इस काम में गुरुकुल आश्रम के आचार्य और सचिव ने भी उनका सहयोग किया। इस अवसर पर बालकृष्ण मालवीय ने कहा कि भारत स्वच्छता मिशन के तहत यह सरकार के समर्थन एवम पर्यावरण को सुरक्षित रखने हेतु गुरुकुल जमानी की एक छोटी सी पहल है, श्री मालवीय ने बच्चों को स्वच्छता से होने वाले लाभ बताये और हमेशा स्वच्छता के लिए प्रयास करते रहने के लिए प्रेरित किया।