श्रावण मास में चल रहा है द्वादश ज्योतिर्लिंग का पूजन-अभिषेक
इटारसी। सावन मास में महिलाओं के लिए विशेष पूजन का अवसर होता है। सनातन हिंदू महिलायें भगवान शंकर को प्रसन्न करने के प्रत्येक जतन करती है ताकि उनके सुहाग की रक्षा भगवान भोलेनाथ करते रहें।
श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर लक्कड़गंज में सावन मास के पुनीत अवसर पर पार्थिव ज्योर्तिलिंग निर्माण पूजन और अभिषेक का कार्यक्रम चल रहा है।
पार्थिव ज्योर्तिलिंग निर्माणकर्ता एवं मुख्य आचार्य पं. विनोद दुबे ने मंगलवार को भगवान भोलेनाथ के मल्लिकार्जुन ज्योर्तिलिंग का निर्माण किया और पूजन अभिषेक कराया उनका सहयोग पं. सत्येन्द्र पांडे एवं पं. पीयूष पांडे ने किया।
मल्लिकार्जु्न ज्योर्तिलिंग दुनिया में अदभुत है। आंध्रप्रदेश के कुर्नुल जिले के श्रीशैल मल्लिकार्जुन का क्षेत्र एक पवित्र स्थान हैं। जिसकी तलहटी में कृष्णा नदी ने पाताल गंगा का रूप लिया हुआ है।
मुख्य आचार्य पं. विनोद दुबे ने कहा कि भगवान मल्लिकार्जुन के दर्शन करने देश विदेश से लोग आते हैं। फल की प्राप्ति के लिए भगवान शिव का पूजन एवं अभिषेक एक परंपरा बन गई है जिस कारण सनातनी हिंदू पूजन अभिषेक कर मनवांछित फल पाते हैं।
यजमान के रूप में अजय एवं श्रीमती सोनिया जुनेजा विकास एवं श्रीमती रितिका जुनेजा ने पार्थिव मल्लिकार्जुन ज्योर्तिलिंग का पूजन एवं रूद्राभिषेक किया।
मुख्य आचार्य पं. विनोद दुबे, सत्येंद्र पांडेय एवं पीयूष पांडेय पूजन एवं रुद्राभिषेक करा रहे हैं। आयोजन में सुनील दुबे शिक्षक, अमित मौर्य, गोपाल नामदेव, नितिन अग्रवाल सहयोग कर रहे है।