इटारसी। पहली लाइन में स्थित श्री राम जानकी मंदिर में आयोजित श्री द्वादश ज्योतिर्लिंग महा अभिषेक के अवसर पर श्रावण मास के तृतीय सोमवार को भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में भगवान रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के दिव्य स्वरूप का वैदिक ऋचाओं द्वारा पूजन सम्पन्न किया। भगवान को दूध, दही,घी,शहद, शक्कर, पंचामृत,गन्ना आदि अनेकों फलों के रस आरोग्य प्रदायक दिव्य औषधीय जल विभिन्न तीर्थों के जल से महाभिषेक पुष्प ,मेवा,अक्षत, आदि से सहस्र अर्चन उपचार किया। आचार्य विकास शर्मा द्वारा बताया शिवस्य हृदयम विष्णु बिष्णुर्श्च ह्रदयं शिवरू भगवान शिव के ह्रदय में भगवान विष्णु का निवास है और भगवान विष्णु के ह्रदय में भगवान शिव का निवास है।
लंकापति रावण पर विजय प्राप्ति हेतु मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने समुद्र के तट पर बालू के द्वारा भगवान शिव की प्रतिमा का निर्माण कर और महादेव का महा अभिषेक किया जिसमे पूजा की संपूर्ण विधि परम विद्वान लंकापति रावण के द्वारा संपन्न कि गयी दक्षिण प्रदेश में स्थित इस रामेश्वर ज्योतिर्लिंग की पूजन कर भगवान राम ने रावण पर विजय श्री प्राप्त की और असत्य पर सत्य की विजय शिव कि कृपा से सहज होना प्रतिपादित किया नगर इटारसी में यह महाभिषेक का क्रम प्रातः बजे से १२ बजे तक श्रृद्धालुओं द्वारा रूद्री निर्माण महाभिषेक होगा यह कार्यक्रम आचार्य पंडित विकास शर्मा के मार्गदर्शन में आचार्य संजय शास्त्री पं़. केशरी नंदन तिवारी, विनोद शर्मा, मोहित पांडे, शैलेंद्र दुबे रोहित पांडे आदि विद्वानों द्वारा सविधि संपन्न किया जिसमें प्रथम दिवस में ज्योतिर्लिंग का निर्माण कर विविध उपचारों द्वारा पूजन अर्चन महाभिषेक संपन्न किया गया यह अद्वितीय श्रावण माह के दिनों तक सतत प्रारंभ रहेगा इसमें नगर के अलावा ग्रामीण अंचलों से भी श्रद्धालुओं ने आकर पूजन दर्शन लाभ अर्जित किया।