- धनुष यज्ञ के बाद लक्ष्मण-परशुराम संवाद में रोमांचित हुए भक्त
- श्री द्वारिकाधीश मंदिर से शाम 6 बजे निकाली जाएगी राम बारात
- रामलीला के मंच पर होगा माता जानकी के संग श्रीराम का विवाह
- नपाध्यक्ष ने नागरिकों से किया बारात में शामिल होने का अनुरोध
इटारसी। नगर पालिका परिषद के तत्वावधान में चल रहे श्रीराम लीला दशहरा उत्सव के अंतर्गत आज धनुष यज्ञ का आयोजन किया। सोमवार को श्री द्वारिकाधीश मंदिर से श्रीराम बारात निकाली जाएगी। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे ने नागरिकों से श्रीराम बारात में शामिल होने का अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि श्री राम बारात में मुख्य आकर्षण का केंद्र निमाड़ का प्रसिद्ध काठी नृत्य टीम और जबलपुर की दुलदुल घोड़ी रहेगी।
आज रामलीला में आरती करने जिला हॉकी संघ से जिलाध्यक्ष प्रशांत जैन, कन्हैया गुरयानी, राहुल चौरे, शिरीष कोठारी, निपुण गोठी, भाजपा नेता दीपक अठोत्रा, भरत वर्मा, नीरज जैन, पत्रकार अरविंद शर्मा, रामबाबू अहिरवार, प्रदीप तिवारी, नितिन व्यास, गोसेवक लखन कश्यप, पार्षद शुभम गौर पहुंचे थे।
श्री वृंदावनधाम के बालकृष्ण रामलीला मंडल के कलाकारों द्वारा सीता स्वयंवर का मंचन किया। मिथिला के राजा जनक की ओर से आयोजित सीता स्वयंवर में लंकापति रावण समेत दूसरे राजा धनुष नहीं उठा सके तो सभा में सन्नाटा छा गया। राजा जनक ने कहा कि यह पृथ्वी वीरों से हीन हो गई है, राजा जनक की यह बात सुनकर लक्ष्मण क्रोधित होकर बोले जहां रघुवंश का एक भी व्यक्ति मौजूद हो, वहां इस तरह की बातें नहीं की जातीं। यदि गुरु की आज्ञा पाऊं तो पूरे ब्राह्मांड को उठाकर कच्चे घड़े की तरह फोड़ डालूं। तब लक्ष्मण को राम शांत करते हैं। इसके बाद गुरु महर्षि विश्वामित्र ने श्रीराम को राजा जनक का संताप दूर करने के लिए धनुष उठाने के लिए भेजा।
भगवान राम के हाथ धनुष टूटा तो पंडाल में बैठे दर्शकों ने जय श्रीराम के जोरदार जयकारे लगाए। उधर, शिव धनुष टूटते ही शिव भक्त परशुराम का दरबार में प्रवेश होते हैं। जनक ने अयोध्या नरेश राजा दशरथ को मिथिला आने के लिए निमंत्रण भेजा। राजा दशरथ और उनके पुत्रों का मिथिला में स्वागत किया गया। धनुष यज्ञ एवं लक्ष्मण परशुराम संवाद का मंचन श्रीराम लीला मंडल के स्वामी श्यामसुंदर शर्मा छोटे महाराज के निर्देशन में कुशल पात्रों द्वारा किया गया। यहां सीता स्वयंवर में भगवान राम द्वारा शिव धनुष भंग का समाचार मुनि परशुराम को क्रोधित कर देता है। श्रीराम आगे आकर कहते हैं कि इस धनुष को आपके ही किसी दास ने तोड़ा होगा। वह स्वयं को मुनि का सेवक बताते हैं तो परशुराम बिफर उठते हैं कि सेवक वह होता है, जो सेवा करता है। इसने यह धनुष तोड़ा है वह तो मेरा परम शत्रु है। लक्ष्मण परशुराम संवाद के बाद श्रीराम किसी तरह से परशुराम का क्रोध शांत करते हैं और उनको आशीर्वाद देते हैं।
सोमवार को निकलेगी श्रीराम बारात
नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पंकज चौरे ने बताया कि सोमवार 7 अक्टूबर को श्री द्वारिकाधीश मंदिर परिसर से शाम 6 बजे भगवान श्रीराम के साथ चारों राजकुमारों की बारात निकाली जाएगी। बारात पुराने फल बाजार, आठवी लाइन, सराफा चौक, नीमवाड़ा होकर जयस्तंभ, आरएमएस आफिस के सामने से होकर श्रीराम लीला स्थल गांधी मैदान पहुंचेगी। यहां श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का विवाह होगा। उन्होंने नगरवासियों से अधिक से अधिक संख्या में श्रीराम बारात में शामिल होने का अनुरोध किया है।
पुरानी इटारसी की रामलीला में पहुंचे सांसद
सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने पुरानी इटारसी के वीर सावरकर मैदान में चल रही श्री जगदंबा रामलीला मंडल के रामलीला मंचन में पूजन करके शुभारंभ कराया। इस अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष निर्मल सिंह राजपूत सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। आज रविवार को श्री जगदंबा मंडल मैहर के कलाकारों ने यहां दुष्ट राजा-साधु राजा संवाद, रावण-वाणासुर संवाद, जनकराज का पश्चात और लक्ष्मण के क्रोध तक रामलीला का मंचन किया। कल सोमवार को यहां धनुष यज्ञ और लक्ष्मण परशुराम संवाद का आयोजन होगा और मंगलवार को श्री देवल मंदिर परिसर से भगवान श्रीराम की बारात निकाली जाएगी।