नई गरीबी लाइन में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन
इटारसी। यदि भाईयों के बीच प्रेम हो तो वह राम और लक्ष्मण तथा पांडवों के जैसा हो। भक्त हो तो हनुमान जैसा हो। जीवन में शांति वार्ता से जितनी समस्याएं हल हो सकती हैं, उतनी हिंसा से नहीं। यदि किसी घर का पुरुष काम से थककर घर आए तो उसके घर की महिला अच्छा और प्रेममय वातावरण दे तो उसकी थकान वैसे ही उतर जाती है।
यह प्रेरणादायी उद्बोधन आज नई गरीबी लाइन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में मालवा माटी उज्जैन से आए संत पं. उपेन्द्र व्यास ने श्रद्धालु भक्तों को दिये। कोविड-19 के नियमों के तहत एक छोटे से परिसर में अत्यंत कम भक्तों के बीच पारिवारिक वातावरण में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में आज भागवत प्रवक्ता पं. व्यास ने भक्त का महत्व बताते हुए कहा कि यदि भक्त पर कोई विपत्ति आती है तो भगवान को भी दुख होता है। भगवान उन लोगों को माफ नहीं करते जो उसके भक्तों को परेशान करते हैं। इस अवसर पर शिव-पार्वती विवाह का आयोजन भी किया और पांडव वन गमन की कथा भी सुनाई गयी।