इटारसी। हरदा में करणी सेना द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में सहभागी बनने जा रहे राजपूत समाज इटारसी के सदस्यों को प्रशासन द्वारा बीच रास्ते में रोका जाना अत्यंत ही चिंताजनक और लोकतांत्रिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है।
प्रजातंत्र में अपने समाज व साथियों के समर्थन में खड़ा होना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है।
प्रशासन द्वारा इस प्रकार की रोकटोक कर शांतिपूर्ण विरोध को दबाने का प्रयास लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत है और यह स्वतंत्रता के मूल अधिकारों को चुनौती देता है। राजपूत समाज इटारसी की ओर से मनीष सिंह ठाकुर ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि करणी सेना परिवार सदैव राष्ट्र, समाज और संस्कृति के लिए शांति और संयम से कार्य करता रहा है।
इटारसी से हरदा जा रहे हमारे साथियों को प्रशासन द्वारा रोका जाना न केवल निंदनीय है, बल्कि यह लोकतंत्र में हो रहे एकतरफा हस्तक्षेप का प्रतीक भी है, हम प्रशासन से मांग करते हैं कि भविष्य में ऐसे किसी भी शांतिपूर्ण और वैधानिक विरोध में अवरोध उत्पन्न न किया जाए। साथ ही सभी समाजबंधुओं से अपील करते हैं कि वे करणी सेना के शांतिपूर्ण आंदोलन में पूर्ण सहयोग करें।