इटारसी/केसला, रीतेश राठौर। एक बड़ी लापरवाही के बाद हुए सुखतवा पुल हादसे (Sukhtwa bridge accident) के बावजूद पुन: लापरवाही नजर आने लगी है।
एनएचएआई (NHAI) ने युद्धस्तर पर प्रयास करके नदी पर एक अस्थायी रास्ता तो बना दिया है, लेकिन भारी वाहनों पर प्रतिबंध के बावजूद रास्ते पर ट्रक जैसे वाहन निकाले जाने लगे हैं और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी (Policeman) किसी को रोक भी नहीं रहे हैं। मिट्टी का यह कच्चा रास्ता कितना चलेगा, कहा नहीं जा सकता। लेकिन, यदि कोई ट्रक यहां फंस गया तो फिर ट्रैफिक (Traffic) जाम हो जाएगा। यदि भारी वाहनों के लिए मार्ग डायवर्ट (Divert) किया है तो फिर ये वाहन सुखतवा तक पहुंच कैसे रहे हैं, यह बड़ा सवाल है?
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सुखतवा पुल हादसे के बाद पुल के साइड से नदी में मिट्टी का कच्चा रास्ता तैयार किया ताकि छोटे वाहन जीप (Jeep), कार ( Car), बाइक (Bike) आदि निकल सकें। यह रास्ता आज दोपहर में चालू भी हो गया है। लेकिन, इस पर से लोडेट ट्रक (Loaded Truck) भी निकलना प्रारंभ हो गये हैं जिन्हें रोकने की जेहमत वहां खड़े पुलिस कर्मी भी नहीं उठा रहे हैं। नदी की ढलान में उतरकर ये लोडेड ट्रक जब चढ़ाई पर आते हैं तो उनकी सांस फूल रही है। यदि कोई ट्रक बीच में खराब होता या फंस जाता है कि एनएचएआई की दो तीन दिन की मेहनत पर पानी फिर जाएगा।