इटारसी। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 (Swachchh Survey 2022) के अंतर्गत स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण (Swachchh Pratisthan Survey 2022) में शामिल प्रतिष्ठानों को आज नगर पालिका सभागार में सम्मानित किया। कार्यक्रम में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, पूर्व सभापति भरत वर्मा, स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर डॉ.रविन्द्र गुप्ता, पूर्व पार्षद गीता पटेल और मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती हेमेश्वरी पटले ( CMO Hemeshwari Patle)ने प्रतिष्ठान के संचालकों और उनके प्रतिनिधियों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न और बुके देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व नपाध्यक्ष पंकज चौरे ने कहा कि प्रतिष्ठानों को इस सर्वे में शामिल करके उनका सम्मान करना शासन और नगर पालिका की सराहनीय पहल है। इससे प्रोत्साहन मिलेगा और आने वाले वर्षों में और भी प्रतिष्ठान अपने यहां स्वच्छता के मापदंडों को अपनाकर सुविधाएं बेहतर कर सकेंगे। पूर्व सभापति भरत वर्मा ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 से सफाई व्यवस्था बेहतर की जा रही है। पूर्व के वर्षों की अपेक्षा सफाई में शहर की स्थिति में सुधार आ रहा है।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती हेमेश्वरी पटले ने उपस्थित प्रतिष्ठान संचालकों से आह्वान किया कि वे स्वच्छता एप्लीकेशन और नगर पालिका के वाट्सअप नंबर पर अपने यहां की स्वच्छता संबंधी शिकायतें अवश्य पोस्ट करें ताकि हम उनमें सुधार करके स्वच्छता की व्यवस्थाएं बेहतर कर सकें। ब्रांड एम्बेसडर डॉ. रविन्द्र गुप्ता ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं से और भी लोगों को अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है। आगामी समय में और भी प्रतिष्ठान इससे जुड़ें और शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग मिले, इसके लिए सभी सहयोग आवश्यक है।
इन प्रतिष्ठानों को किया सम्मानित
सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल, वर्धमान कालेज, जीनियस प्लानेट स्कूल, शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय, शासकीय कन्या महाविद्यालय, साईं कृष्णा रिसोर्ट, वात्सल्य हॉस्पिटल, कुसुम मालपानी स्कूल। कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन कार्यालय अधीक्षक संजय सोहनी ने किया।
सर्वेदल ने किया निरीक्षण
स्वच्छ प्रतिष्ठान प्रतियोगिता में शामिल प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करने एक पांच सदस्यीय दल पहुंचा था।
सर्वेदल में सामाजिक कार्यकर्ता, स्वच्छता निरीक्षक, जन प्रतिनिधि, सीएमओ के एक प्रतिनिधि शामिल थे। दल ने इन प्रतिष्ठानों को स्वच्छता के मापदंडों पर परखा और उसके अनुसार रैंकिंग तय की।