इटारसी। रामपुर गुर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत खापा गांव के एक खेत से गुर्रा पुलिस ने सागौन जब्ती की कार्रवाई की। इसे लेकर पुलिस और वन विभाग आमने-सामने आ गए। दोनों विभागों के बीच कार्रवाई को लेकर मची होड़ के चलते लगभग 16 घंटे बाद मामले में प्रकरण दर्ज नहीं हो सका है।
क्या है मामला
रविवार-सोमवार की दरमियानी रात वन विभाग की टीम को सोनतलाई की ओर से सागौन की चरपटें आने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर वन परिक्षेत्र अधिकारी महेंद्र गौर के नेतृत्व में वन विभाग की लगभग आधा दर्जन टीमें अलग-अलग मार्गों पर घात लगाए बैठी हुई थी। वहीं गुर्रा पुलिस की टीम भी मामले को लेकर सतर्क थीं। इसी बीच बदमाशों ने वन विभाग की टीम को चकमा दिया और चरपट छीपीखापा के मार्ग से लेकर आ रहे थे, लेकिन तभी वहां गुर्रा पुलिस की टीम पहुंच गई। चारों ओर से खुद को घिरा देखकर बदमाशों ने सागौन की लगभग 14 चरपट को खापा गांव के एक खेत में फेंक कर भाग गए।
अधिकारियों में कार्यवाही को लेकर तकरार
इसी बीच मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस की टीम वहां पहुंच गई और चटपटें जब्त कर अपने साथ ले आई। पुलिस द्वारा चटपटें जब्त करने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम थाने पहुंच गई। बताया जाता है कि दोनों विभाग के अधिकारियों में कार्यवाही को लेकर तकरार हो गई थी। वन विभाग के अधिकारियों का कहना था कि आप चटपटें हमें सौंप दें कार्यवाही हम करेंगे, लेकिन पुलिस अधिकारी इसके लिए तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि चटपट जब्त हमने की हैं, इसलिए कार्यवाही भी हम ही करेंगे।
16 घंटे बाद पुलिस ने दर्ज किया मामला
मामले को लेकर दोनों विभागों के बीच मची खींचतान के कारण प्रकरण दर्ज होने में लगभग 14 घंटे से अधिक लग गए। सूत्रों के अनुसार मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंच गया था। जिसके चलते एसडीओपी वीरेंद्र मिश्रा गुर्रा थाने पहुंचे जहां थाने में वन विभाग के एसडीओ मानसिंह मरावी के साथ लगभग 1 घंटे तक चली चर्चा के बाद बनी सहमति के आधार पर आखिरकार पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया।
इनका कहना है
चटपट परिवहन की सूचना वन विभाग की टीम को भी थी और सर्चिंग भी कर रहे थे, लेकिन पहले पुलिस पहुंच गई थी, इसलिए कार्यवाही उन्होंने की है।
मयंक गुर्जर, डीएफओ
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने एक खेत से सागौन की चटपटें बरामद कर प्रकरण दर्ज किया है।
विपिन पाल, थाना प्रभारी