इटारसी। नर्मदापुरम जिले के बनखेड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 13 अप्रैल की रात में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ से बदसलूकी, मारपीट और एम्बुलेंस में जबरन डॉक्टर को बंधक बनाकर ले जाने की घटना को आज चार दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक घटना की शिकायत दर्ज कराने कोई नहीं पहुंचा है, इसलिए किसी आरोपी पर आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हो सका है। बनखेड़ी थाना प्रभारी के अनुसार डॉ. धर्मेन्द्र मांझी को बुलाया है, संभवत: आज शाम को वे आकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 13 अप्रैल की रात लामटा के पास दो बाइकों की टक्कर में तीन लोग घायल हो गए थे। इनमें एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि घायल चंद्रभान साहू और लक्ष्मीचंद साहू निवासी चांदौन को बनखेड़ी अस्पताल लाया गया था। 108 एम्बुलेंस मौजूद नहीं थी, परिजन जननी एक्सप्रेस से रेफर करने पर अड़े थे। इसी दौरान परिजनों और ग्रामीणों ने अस्पताल में हंगामा, स्टाफ से गाली-गलौज, और बीएमओ एवं डॉक्टर से धक्का-मुक्की कर दी। घटना के दौरान ड्यूटी डॉक्टर डॉ. धर्मेंद्र मांझी को बंधक बनाकर एम्बुलेंस में से नर्मदापुरम ले जाने का प्रयास किया जिन्हें रास्ते में सोहागपुर पुलिस की मदद से उन्हें छुड़ाया। लेकिन इस बीच एक घायल लक्ष्मीचंद की मौत हो गई।
बता दें कि इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिसमें कुछ लोग सांसद दर्शन सिंह चौधरी का नाम लेकर धमकी देते और डॉक्टरों से अभद्र व्यवहार करते दिख रहे हैं। बीएमओ ने तहसीलदार और पुलिस को दी गई शिकायत में चांदौन निवासी गोलू पिता हरीशंकर साहू, प्रीतम पिता सुखराम साहू, अमित पिता चंद्रशेखर दुबे, और अन्य 10-15 ग्रामीणों पर डॉक्टर और स्टाफ से बदसलूकी, गाली-गलौज और जबरन एम्बुलेंस में बैठाने का आरोप लगाया है, लेकिन अब तक पुलिस थाने में शिकायत करने कोई नहीं पहुंचा है।
बनखेड़ी थाना प्रभारी सुधाकर बारस्कर का कहना है कि डॉक्टर के बयान नहीं होने से देरी हुई है, आज उनको बुलाया गया है, उनके बयान करके आरोपियों पर प्रकरण पंजीबद्ध किया जाएगा।