इटारसी। मां चामुंडा दरबार भोपाल (Mother Chamunda Darbar Bhopal) के पुजारी पं. रामजीवन दुबे (Pt. Ramjeevan Dubey) ने बताया कि भगवान शिव (Lord Shiva) को प्रसन्न करने के लिए फाल्गुन माह का प्रदोष व्रत 28 फरवरी को किया जाएगा। भोलेनाथ (Bholenath) के भक्तों को इस दिन का काफी इंतजार रहता है। भक्त प्रदोष व्रत विधि विधान से करते हैं।
प्रदोष काल में भगवान शंकर के साथ माता पार्वती (Mata Parvati) की भी पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो लोग प्रदोष काल में भगवान शिव की आराधना करते हैं उन्हें ज्यादा लाभ होता है। शिवजी का अभिषेक करना विशेष फल देगा। फाल्गुन मास का पहला प्रदोष व्रत – 28 फरवरी के दिन तय है। फाल्गुन मास सोम प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त – 6.20 मिनट 8.49 मिनट शाम। प्रदोष काल में पूजा करने के लिए लोगों के पास ढाई घंटे का समय है। इस समय में भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना कर सकते हैं।
प्रदोष व्रत का महत्व
सोमवार के दिन भगवान शिव के भक्तों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत को करने से भगवान शिव भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं. साथ ही उनके दुखों को दूर करते हैं। इस व्रत को करने से परिवार में स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि तीनों का विकास होता है, साथ ही लोग निरोगी जीवन प्राप्त करते हैं।